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फिजिकल डिस्टेंसिग के साथ मनाई बकरीद

जिले में बकरीद हर्षोल्लास और संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मनाया गया। बकरीद पर कोरोना के कारण अधिकतर लोगों ने घरों में ही नमाज पढ़ी। फोन व अन्य तरीके से एक-दूसरे को बधाई दी। वायरस से बचाव के लिए गले मिलने से लोगों ने परहेज किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 11:11 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 11:11 PM (IST)
फिजिकल डिस्टेंसिग के साथ मनाई बकरीद
फिजिकल डिस्टेंसिग के साथ मनाई बकरीद

कौशांबी : जिले में बकरीद हर्षोल्लास और संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मनाया गया। बकरीद पर कोरोना के कारण अधिकतर लोगों ने घरों में ही नमाज पढ़ी। फोन व अन्य तरीके से एक-दूसरे को बधाई दी। वायरस से बचाव के लिए गले मिलने से लोगों ने परहेज किया।

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कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार बकरीद में सुरक्षा व्यवस्था व फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन कराने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था। संवेदनशील स्थानों पर शुक्रवार से ही ड्रोन कैमरे लगा दिए गए थे। शनिवार की सुबह से मस्जिदों व ईदगाहों पर पुलिस तैनात रही। मस्जिदों व ईदगाहों में सीमित लोगों ने ही नमाज अदा किया। कोरोना के चलते लोगों ने घरों में ही नमाज अदा कर मुल्क व समाज के लिए दुआएं की। जिला मुख्यालय मंझनपुर के जामा मस्जिद के मौलाना इकबाल ने नमाज पढ़ी, मंझनपुर ईदगाह, करारी की जामा मस्जिद, नगर पंचायत अजुहा, करारी, महगांव की मस्जिद व ईदगाह में फिजिकल डिस्टेंसिग के साथ नमाज अदा किया। कोरोना संक्रमण के डर की वजह से एक-दूसरों के घरों तक जाकर बधाई देने की बजाए ज्यादातर लोगों ने फोन और वीडियो कॉल का इस्तेमाल किया। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बच्चों में त्योहार को लेकर खासा उत्साह नजर आया, लेकिन हर वर्ष की तरह ईदगाहों व अन्य स्थानों पर मेला न लगने से बच्चे मायूस रहे।


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