अधिवक्ता के बाद ग्राम प्रधान पर हमला, पुलिस मौन
जासं, कौशांबी : महेवाघाट थाना क्षेत्र के अलवारा गांव में अधिवक्ता पर हमला करने वाले आरोपित ने अपने साथियों के साथ ग्राम प्रधान पर भी गोलियां बरसाईं। इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई लेकिन अब तक केस नहीं दर्ज हो सका है।
जासं, कौशांबी : महेवाघाट थाना क्षेत्र के अलवारा गांव में अधिवक्ता पर हमला करने वाले आरोपित ने अपने साथियों के साथ ग्राम प्रधान पर भी गोलियां बरसाईं। इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई लेकिन अब तक केस नहीं दर्ज हो सका है। दोनों मामले में पुलिस की उदासीनता को देखते हुए लोगों में रोष है।
अलवारा निवासी कृपाशंकर त्रिपाठी अधिवक्ता हैं। वह 15 जून को घर से जिला कचहरी मंझनपुर आ रहे थे। वह जैसे ही घर के बाहर निकले थे कि सीताराम समेत तीन लोगों ने उन्हें घेर लिया और कनपटी पर तमंचा सटाते हुए हत्या की धमकी दी। ग्रामीणों के ललकारने पर वह भाग निकले। एसपी के आदेश पर पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया लेकिन अब तक एक भी हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया गया। पुलिस की इस कार्यशैली को लेकर अधिवक्ता का आरोप है कि विपक्षियों से साठगांठ कर विवेचना में खेल किया जा सकता है। इसी क्रम में बुधवार को अलवारा गांव के प्रधान लल्लू यादव पड़ोसी गांव भगतपुर स्थित एक ढाबा में बैठे हुए थे। इस बीच अधिवक्ता प्रकरण के आरोपित ने अपने आधा दर्जन साथियों के साथ ग्राम प्रधान पर कई राउंड गोलियां चलाईं। किसी तरह वह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। मामले की शिकायत पुलिस से की गई लेकिन अब तक केस नहीं दर्ज हुआ है। इससे ग्राम प्रधान दहशतजदा हैं। साथ ही पुलिस की इस अनदेखी को देखते हुए ग्रामीणों में रोष है। अधिवक्ता पर हमले के आरोपितों की तलाश की जा रही है। ग्राम प्रधान पर हुए हमले का मामला संदिग्ध लग रहा है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। मामला सही पाए जाने पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
- विनोद मिश्र, थानाध्यक्ष महेवाघाट।