मतगणना में गड़बड़ी का आरोप, डीएम से शिकायत
नारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एआरओ द्वारा मतगणना में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए
नारा : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एआरओ द्वारा मतगणना में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए कड़ा ब्ल़ाक क्षेत्र के भडेहरी गांव में प्रधान पद के उम्मीदवार ने शिकायत जिला अधिकारी अमित कुमार सिंह से की है।
बुधवार को जिला निर्वाचन अधिकारी को शिकायती पत्र देकर प्रधान पद के लिए प्रत्याशी रहे अरविद कुमार चौरसिया ने बताया कि कड़ा ब्लाक की मतगणना कराने वाले सहायक रिटर्निंग ऑफीसर ने पंचायत चुनाव में प्रधान पद की मतगणना के दौरान गिनती में निर्वाचित हुए ग्राम प्रधान अनिल चौरसिया को 357 मत मिले थे। जबकि इस दौरान उसे भी 357 मत मिले थे। बराबरी होने की वजह से दोबारा मतगणना कराई गई, जिसमें विपक्षी अनिल के दो वोट मे दो बार मुहर लगी थी, लेकिन मतगणना कर रहे कर्मचारियों द्वारा मतों को रद्द नहीं किया गया और बराबर-बराबर मत दिखा कर टॉश के माध्यम से अनिल को विजय घोषित कर दिया। मामले की शिकायत निर्वाचन आयुक्त व राज्य निर्वाचन अधिकारी से कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। आक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले पर मेहरबान पुलिस : मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के ओसा स्थित एक ऑक्सीजन की एजेंसी से कालाबाजारी करने वाले आरोपित पर पुलिस मेहरबान नजर आ रही है। अब तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के संकट से जूझ रहे देश में कालाबाजारी करने वाले पर कार्रवाई न होने से लोगों में रोष व्याप्त है।
जिले में भी ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर कालाबाजारी जोरों पर चल रही थी। ओसा में ऑक्सीजन की एजेंसी है। इसके संचालक से सप्ताह भर पहले सिलेंडर खरीदने को लेकर एक युवक से मोबाइल पर बातचीत हुई थी। कालाबाजारी का यह सच युवक ने इंटरनेट मीडिया पर आडियो के रूप में वायरल कर दिया। मामला सुर्खियों में आया तो अफसरों ने इस पर संज्ञान लिया। फौरन कालाबाजारी करने वाले आरोपित को पकड़कर कोतवाली लेकर आ गई। गौर करने वाली बात यह है कि पुलिस ने अब तक आरोपित के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। इतना ही नहीं, लोगों के बीच इस बात की भी चर्चा है कि आरोपित को एक नेता के दबाव में छोड़ दिया गया है। इससे लोगों में रोष है। वहीं इस संबंध में एएसपी समर बहादुर का कहना है कि चुनावी व्यस्तता के चलते कार्रवाई नहीं हो सकी है। युवक से पूछताछ की गई है। कई अहम सुराग व सबूत हाथ लगे हैं। किसी का कोई दबाव नहीं है। जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।