अनाथ बच्चों की तैयार हो रही सूची, मिलेगा सुविधा
कौशांबी कोरोना ने कई परिवारों से उनकी खुशियां हमेशा-हमेशा के लिए छीन ली हैं। ब
कौशांबी : कोरोना ने कई परिवारों से उनकी खुशियां हमेशा-हमेशा के लिए छीन ली हैं। बीमारी की वजह से कुछ लोगों ने जहां अपने बच्चों को खोया है तो कुछ बच्चे अनाथ भी हुए हैं। जिन बच्चे के सिर से मां-बाप का साया हट गया है। वह घर में गुमशुम रह रहे हैं। ऐसे ही बच्चों के जीवन में फिर से खुशियां लाने का प्रयास अफसर कर रहे हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर अनाथ बच्चों की सूची मुहल्ला व ग्राम निगरानी समिति के सदस्य तैयार कर रहे हैं। जल्द ही इसकी सूची शासन को भेजी जाएगी।
जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह व जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश गुप्ता के निर्देश पर निगरानी समिति के सदस्य अनाथ बच्चों की तलाश कर रहे हैं। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भूमिका अहम है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 18 वर्ष से कम आयु बच्चों की सूची तैयार कराने के निर्देश सभी सीडीपीओ व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया गया है। 15 मई तक जिलाधिकारी के माध्यम से निदेशक, महिला कल्याण व राज्य बाल संरक्षण आयोग को भेजी जाएगी। महिला कल्याण विभाग का कहना है कि इस सूची को तैयार करने में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में गठित निगरानी समिति व ग्राम बाल संरक्षण समितियों के सदस्यों की मदद ली जा रही है। 14 मई तक सूची मांगी गई है। अनाथ बच्चों की हर संभव मदद सरकार करेगी। डीपीओ ने बताया कि ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता कोरोना को मात देने के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। या होम आइसोलेशन में हैं। उनकी देखभाल करने वाला परिवार में कोई दूसरा सदस्य नहीं हैं। ऐसे बच्चों के संरक्षण पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा।
- हेल्पलाइन पर दें सकते हैं सूचना
जिला प्रोवेशन अधिकारी ने बताया कि कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों या किसी एक को खो दिया है, उनके संबंध में किसी की पास जानकारी हो तो वह व्यक्ति चाइल्ड लाइन के हेल्पलाइन नंबर-1098 या महिला हेल्पलाइन-181 पर सूचना दे सकते है। ऐसे बच्चों को चाइल्ड लाइन 24 घंटे के भीतर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगी। फिर जरूरत के हिसाब से उन्हें सुविधा दी जाएगी।