7.19 लाख रुपये से बना रास्ता, फिर भी जलभराव
कौशांबी प्रयागराज की सीमा पर बसे भगवतपुर विकास खंड के तियरा गांव में ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर रास्ता निर्माण में धांधली का आरोप लगाते हुए कई बार अधिकारियों से शिकायत की है। 7.19 लाख रुपये से बनी सड़क जलभराव होने के कारण बर्बाद हो रही है। इस पर कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है।
कसेंदा : कौशांबी प्रयागराज की सीमा पर बसे भगवतपुर विकास खंड के तियरा गांव में ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर रास्ता निर्माण में धांधली का आरोप लगाते हुए कई बार अधिकारियों से शिकायत की है। 7.19 लाख रुपये से बनी सड़क जलभराव होने के कारण बर्बाद हो रही है। इस पर कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है।
तियरा गांव के राकेश कुमार यादव, ज्ञान सिंह, वीरेंद्र कुमार, राजेंद्र, शिवबाबू, दीपू कुमार, सुरेश, रामबाबू, भारत आदि का आरोप है की इंद्रजीत के मकान से बबई यादव के मकान होते हुए रामफल के मकान तक व वीरेंद्र के मकान से बनवारी प्रजापति के मकान तक तीन माह पहले 7.19 लाख रुपये लागत से गांव में इंटरलाकिग रास्ता बनाया गया था। जिस पर पानी निकासी के लिए नालियां नहीं बनाई गई। जिससे लोगों के घरों से निकला दूषित पानी व कीचड़ रास्ते पर फैला रहता है।आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है। इतना ही नहीं इंटरलाकिग भी आधी अधूरी बनी है। बना हुआ रास्ता भी गुणवत्ता विहीन बना है। जिसके चलते बनने के कुछ ही दिन बाद से इंटरलाकिग उखड़ने लगी। साथ ही अधूरे पड़े रास्ते से लोगों गुजरने में काफी परेशानी होती है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने अधिकारियों से की गई उसके बाद भी रास्ते को दुरुस्त नहीं कराया गया।