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40 मॉडल स्कूलों व लाइब्रेरी से सुधरेगी शिक्षा व्यवस्था

धर्म और आध्यात्म से जुड़ा कौशांबी अब शिक्षा की ओर तेजी से बढ़ रहा है। सरकार की योजनाएं यहां बदलाव ला रही हैं। कभी शिक्षा माफिया के गढ़ के रूप में जाना जाने वाला कौशांबी अब इससे मुक्त हो चुका है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 10:59 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 10:59 PM (IST)
40 मॉडल स्कूलों व लाइब्रेरी से सुधरेगी शिक्षा व्यवस्था
40 मॉडल स्कूलों व लाइब्रेरी से सुधरेगी शिक्षा व्यवस्था

नीरज सिंह, कौशांबी : धर्म और आध्यात्म से जुड़ा कौशांबी अब शिक्षा की ओर तेजी से बढ़ रहा है। सरकार की योजनाएं यहां बदलाव ला रही हैं। कभी शिक्षा माफिया के गढ़ के रूप में जाना जाने वाला कौशांबी अब इससे मुक्त हो चुका है।

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यमुना और गंगा के मध्य स्थित कौशांबी अब शिक्षा के क्षेत्र में नए पड़ाव की ओर बढ़ रहा है। यहां हर एक किमी. पर प्राथमिक और तीन किमी. पर जूनियर विद्यालय स्थित हैं। वहीं इन स्कूलों में नित्य नए परिवर्तन हो रहे हैं। कायाकल्प योजना से स्कूल बेहतर बन रहे हैं। इसके साथ ही चार कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में आवासीय परिसर का निर्माण कर उच्चीकृत किया जाना है। कौशांबी ब्लाक में निर्माण कार्य शुरू हो गया है। नेवादा, मंझनपुर व कड़ा में भूमि की तलाश की जा रही है। जिले के आठ ब्लाकों में पांच-पांच मॉडल स्कूल बनाए जाने हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर लगातार प्रयास जारी है। आने वाला साल शिक्षा के लिए बेहतर होगा। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक सत्येंद्र सिंह ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि मिल चुकी है। अभी कुछ भूमि और चाहिए। प्रयास रहेगा कि इस वर्ष निर्माण शुरू हो जाए। कड़ा व सिराथू के राजकीय विद्यालय परिसर में हास्टल का निर्माण चल रहा है। इसे पूरा कराने पर भी जोर दिया जाएगा। कार्यालय के पास ही लाइब्रेरी भवन के लिए भूमि की तलाश की जा रही है। प्रयास होगा कि इनका जल्द से जल्द निर्माण शुरू हो जाए। मजबूत होगी गांव की शिक्षा

प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा के बाद विद्यार्थियों की माध्यमिक तक की शिक्षा के लिए गांव के आसपास किसी बड़े विद्यालय में जाना पड़ता था। शासन की ओर से जिले में 25 राजकीय हाईस्कूल हैं। जिले के नौ विद्यालय ऐसे हैं जहां अपना खुद का भवन नहीं है। ऐसे में वह प्राथमिक या फिर जूनियर विद्यालय के एक कमरे में संचालित हैं। वर्ष 2021 में इन विद्यालयों का भवन बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद यहां बेहतर सुविधा के साथ छात्रों की संख्या में भी इजाफा होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि हर हाल में इस वर्ष भवन निर्माण पूरा करा दिया जाएगा।

बताया कि इसके अलावा नौ राजकीय हाईस्कूल का निर्माण कार्य चल रहा है। इनको पूरा कराने का प्रयास होगा।


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