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30 बेड का कोविड वार्ड तैयार लेकिन बच्चों के डाक्टर नहीं

मंझनपुर विधायक लालबहादुर चौधरी के क्षेत्र में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल -

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 09:08 PM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 09:08 PM (IST)
30 बेड का कोविड वार्ड तैयार लेकिन बच्चों के डाक्टर नहीं
30 बेड का कोविड वार्ड तैयार लेकिन बच्चों के डाक्टर नहीं

मंझनपुर विधायक लालबहादुर चौधरी के क्षेत्र में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल

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- अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ और महिला रोग विशेषज्ञ न होने से हो रही परेशानी

- कोविड के इलाज के लिए 30 बेड का वार्ड तैयार, 10 बेड बच्चों के लिए आरक्षित कोविड की दूसरी लहर अब कुंद हो चुकी है। तीसरी लहर की आशंका है। इसमें बच्चों पर ज्यादा प्रभाव की आशंका जताई जा रही है। इससे निपटने के लिए सीएचसी पर सुविधाएं बढ़ाई जाएं। शासन की भी ऐसी ही मंशा है। स्थानीय स्तर पर कोविड का इलाज हो इसके लिए तैयारी की जा रही हैलेकिन सीएचसी का हाल किसी से छिपा नहीं है। मंझनपुर विधायक लालबहादुर चौधरी के क्षेत्र में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कौशांबी कोरोना से लड़ने के लिए तैयार है, लेकिन बच्चों के डाक्टर की तैनाती नहीं होने से परेशानी हो सकती है। आज पढि़ये सामुदायिक स्वास्थ्य कनैली पर मोहम्मद हारून की रिपोर्ट..

विकास खंड कौशांबी क्षेत्र की 2.15 लाख आबादी को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए 30 वर्ष पहले कनैली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया है। इस अस्पताल में पद सृजन के सापेक्ष चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती नहीं की गई है, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए अस्पताल तैयार है। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में 30 बेड का अलग से कोविड वार्ड बनाया गया है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अरुन आर्या ने बताया कि कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल के दूसरी मंजिल में 30 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है। इसमें 10 बेड बच्चों के लिए अलग रखा गया है। चार बड़े ऑक्सीजन के सिलिडर व दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध हैं। जांच के दौरान दौरान किसी भी मरीज के गंभीर मिलने पर भर्ती कर इलाज किया जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्यकर्मियों व आशा कार्यकर्ता के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि यदि किसी बच्चे व बड़ों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे तो अस्पताल पहुंचकर जांच कराएं। बच्चों के लिए डॉक्टर नहीं

अस्पताल में पद सृजन के सापेक्ष चिकित्सकों व कर्मचारियों की तैनाती नहीं की गई है। आठ चिकित्सकों का पद सृजित है, जिसमें पांच डॉक्टरों की तैनाती की गई है। अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ व महिला रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है। इस संबंध में सीएमओ के माध्यम से शासन को पत्र भेजा गया है। इसके अलावा अस्पताल में दो वार्ड ब्वाय, तीन फार्मासिस्ट, चार स्टाफ नर्स व एक स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी की तैनाती की गई है। रेडियोलॉजिस्ट न होने से धूल फांक रही मशीन

विकास खंड कौशांबी क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड मशीन तो है, लेकिन यहां पर रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं की गई हैं। इसकी वजह से अल्ट्रासाउंड मशीन नहीं चल पा रही है। जांच के लिए आने वाले लोगों को जिला अस्पताल व निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अरुन आर्या ने बताया कि अल्ट्रासाउंड मशीन चलाने के लिए अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए सीएमओ व उच्च अधिकारियों को पत्राचार किया गया था, लेकिन अब तक तैनाती नहीं हुई है। कोविड वार्ड बनाया गया है, इसमें तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए 10 बेड बच्चों के लिए आरक्षित किए गए हैं। बाल रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ व महिला रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है। शासन को पत्र लिखा गया है।

- डॉ. अरुन आर्या, सीएचसी अधीक्षक कनैली


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