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जिले में पराली जलाने वाले 21 किसानों पर मुकदमा

कौशांबी फसल अवशेष जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है। आसपास के वातावरण में धुंध छा जाने के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। पराली जलाने में अधिकारियों ने 21 किसानों पर कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कराया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 11:39 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 06:12 AM (IST)
जिले में पराली जलाने वाले 21 किसानों पर मुकदमा
जिले में पराली जलाने वाले 21 किसानों पर मुकदमा

कौशांबी : फसल अवशेष जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है। आसपास के वातावरण में धुंध छा जाने से सांस लेने में परेशानी हो रही है। इस समस्या से निपटने के लिए शासन व प्रशासन की ओर से ठोस कदम उठाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई के लिए टीम गठित की है। टीम की रिपोर्ट पर डीडी कृषि ने पराली जलाने वाले 21 किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया है।

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जिलाधिकारी के निर्देश पर डीडी कृषि एसडीएम मंझनपुर व जिला कृषि अधिकारी ने अपने स्तर से जांच कराई, जिसमें स्पष्ट हुआ कि 21 किसानों ने धान की कटाई के बाद खेतों में पराली जला दिया है। इससे वातावरण प्रदूषित हुआ है। अधिकारियों की रिपोर्ट पर कृषि उप निदेशक डॉ. उदयभान गौतम ने संबंधित किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया है। डीडी कृषि ने बताया कि जिन किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। उसमें मंझनपुर तहसील क्षेत्र के नागचौरी पूरा निवासी अर्जुन, रक्सौली गांव निवासी रामबली दुबे, सुरेंद्र, वेद प्रकाश, बुद्ध प्रकाश, पाता निवासी कलावती, अजरौली के धर्मपाल, लौगावां के वेद झल्लर, रज्जू, कृष्णपाल, रामबाबू, अजरौली के मक्खन लाल, राजकरण, बच्चन, धर्मनारायण, अशर्फीलाल, रमाशंकर, पूरबशरावां निवासी, त्रियुगी नारायण, मीठेपुर निवासी महेश प्रसाद, सिराथू के काजीपुर निवासी नफीश अहमद शामिल हैं।


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