जर्जर हैं 142 स्कूल भवन, कैसे हो सकेगी पढ़ाई
परिषदीय स्कूलों की हालत में सुधार के लिए कायाकल्प योजना संचालित हैं लेकिन जनपद के 142 स्कूल ऐसे हैं जिनकी स्थिति में सुधार नहीं हो सकता। पूरी तरह जर्जर घोषित हो चुके इन विद्यालयों में अब शिक्षण कार्य संभव नहीं है।
कौशांबी : परिषदीय स्कूलों की हालत में सुधार के लिए कायाकल्प योजना संचालित हैं लेकिन जनपद के 142 स्कूल ऐसे हैं जिनकी स्थिति में सुधार नहीं हो सकता। पूरी तरह जर्जर घोषित हो चुके इन विद्यालयों में अब शिक्षण कार्य संभव नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसकी जानकारी डीएम व अन्य अधिकारियों को दी गई है।
जर्जर विद्यालयों के संबंध में कुछ दिनों पहले एक रिपोर्ट तैयार की गई थी। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट में 142 विद्यालय जर्जर मिले। लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड को 109 व प्रांतीय खंड को 33 स्कूलों की जांच का निर्देश दिया गया है। दोनों विभाग अपने स्तर से स्कूलों के भवनों की दोबारा जांच कर रिपोर्ट विभाग को देंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसकी जानकारी डीएम को दी है। डीएम की अध्यक्षता में एक बैठक में इन विद्यालयों को लेकर फैसला होगा।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार पंडित ने बताया कि जिन विद्यालयों को जर्जर घोषित किया जा चुका है। वहां शिक्षण कार्य जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे में किसी दूसरे स्थान पर शिक्षण कार्य संचालित करने की योजना बनाई जा रही है। अब इन स्कूलों को लेकर क्या किया जाना है। इसका फैसला जिलाधिकारी करेंगे।