यमुना घाट महिला में पुल निर्माण के लिए मिले 116 करोड़
चित्रकूट व कौशांबी जनपद को जोड़ने के लिए चायल तहसील क्षेत्र के महिला गांव स्थित यमुना घाट में नौ वर्ष पहले पुल का निर्माण शुरू किया गया था। बीच प्रदेश में दो बार सरकार भी बदली लेकिन बजट के अभाव में योजना पूरी नहीं हुई।अधर में लटकी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार ने वजट जारी कर दिया है। जल्द ही कार्यदायी संस्था द्वारा पुल का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
कौशांबी : चित्रकूट व कौशांबी जनपद को जोड़ने के लिए चायल तहसील क्षेत्र के महिला गांव स्थित यमुना घाट में नौ वर्ष पहले पुल का निर्माण शुरू किया गया था। बीच प्रदेश में दो बार सरकार भी बदली, लेकिन बजट के अभाव में योजना पूरी नहीं हुई।अधर में लटकी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार ने वजट जारी कर दिया है। जल्द ही कार्यदायी संस्था द्वारा पुल का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
बसपा सरकार में लोक निर्माण मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने दस अक्टूबर वर्ष 2011 को मऊ-महिला घाट पर पुल का शिलान्यास किया था। इसके बाद कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सेतु निगम निर्माण इकाई चित्रकूट ने निर्माण कार्य शुरू कराया। उस वक्त पुल की लागत 40.53 करोड़ रुपये (एप्रोच रोड सहित 49.54 करोड़) थी। 2012 में सत्ता परिवर्तन हो गया। सपा की सरकार बनते ही कार्यदायी संस्था ने निर्माण कार्य में लापरवाही बरतना शुरू कर दिया। धनराशि न मिलने से वर्ष 2013 से 15 तक निर्माण कार्य ठप रहा। वर्ष 2017 में निजाम बदला और जिले के केशव प्रसाद मौर्या को प्रदेश का डिप्टी सीएम व लोक निर्माण मंत्री बनाया गया तब जनपदवासियों में पुल का निर्माण पूरा होने की उम्मीद जगी। डिप्टी ने पुल का निर्माण पूरा कराने के लिए पहल भी किया। डिप्टी सीएम के निर्देश पर वर्ष 2019 में संस्था के अवर अभियंता राम सिंह ने नया एस्टीमेट भेज कर धन की मांग की थी, जिस पर शासन ने 116 करोड़, 85 लाख का बजट पुल निर्माण के कार्यदायी संस्था को दे दिया है। जल्द ही पुल का निर्माण शुरू होगा। पुल बनाने के बाद कौशांबी की दूरी चित्रकूट जनपद से कम होगी।