स्वीट हाउस संचालक की पत्नी, बेटा समेत 11 कोरोना संक्रमित
शासन की सख्ती के बाद भी जिले में न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है और न ही लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। इसकी वजह से जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को जिला अस्पताल समेत जनपद के 16 स्थानों में शिविर लगाकर 1546 संदिग्धों की कोविड जांच कराई गई। विभिन्न माध्यमों से आई जांच रिपोर्ट में सिराथू क्षेत्र के एक कारोबारी के परिवार के तीन लोग समेत 11 कोरोना पॉजिटिव मिले।
कौशांबी : शासन की सख्ती के बाद भी जिले में न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है और न ही लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। इसकी वजह से जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को जिला अस्पताल समेत जनपद के 16 स्थानों में शिविर लगाकर 1546 संदिग्धों की कोविड जांच कराई गई। विभिन्न माध्यमों से आई जांच रिपोर्ट में सिराथू क्षेत्र के एक कारोबारी के परिवार के तीन लोग समेत 11 कोरोना पॉजिटिव मिले। कोविड गाइड लाइन के मुताबिक सभी का इलाज जल रहा है।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. यश अग्रवाल ने बताया कि इन दिनों बाजारों में भीड़ अधिक हो रही है। कोरोना वायरस को लेकर लोग लापरवाह हो गए हैं। न तो शारीरिक दूरी को पालन हो रहा है और न ही लोग मास्क लगा हैं। इसकी वजह से जिले में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को हुई जांच में सीएचसी सिराथू के करनपुर बाजार स्थित अंकित स्वीट हाउस के संचालक, उनकी पत्नी व 16 वर्षीय बेटा समेत 11 लोग संक्रमित मिले हैं। सोमवार को 1546 संदिग्धों की कोविड जांच कराई गई। विभिन्न माध्यमों से आई जांच रिपोर्ट में 11 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। जिले में अब तक 2001 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। संक्रमितों में 1922 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 23 की मौत हो चुकी है। 55 मरीजों का इलाज चल रहा है। बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
वृद्ध की मौत, डेंगू की आशंका
चायल : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के फतेहपुर घाट गांव में संचारी रोग फैला हुआ है। कई लोग बीमार हैं। इलाज के दौरान सोमवार को एक वृद्ध की मौत हो गई। निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने बीमारी का कारण डेंगू बताया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। दो मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फतेहपुर घाट निवासी होरीलाल (65) किसानी कर परिवार का भरण पोषण करता था। एक सप्ताह पहले वह बुखार से पीड़ित हो गया। स्वजन उसका इलाज स्थानीय झोलाछाप से करा रहे थे। हालत में सुधार न होने पर स्वजनों ने उसे पूरामुफ्ती के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टर ने उसे डेंगू पीड़ित बताया। इलाज के दौरान सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। वृद्ध की मौत से स्वजनों को रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। गांव के ही राजू पुत्र हरिश्चंद्र और पुष्पा देवी पत्नी राजकुमार आदि डेंगू मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डेंगू की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।