पहले शपथ के साथ भरोसा, फिर दे रहे धोखा
कासगंज संवाद सहयोगी पानी की बूंदें सहेजने को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी है।
कासगंज, संवाद सहयोगी: पानी की बूंदें सहेजने को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी है। स्थिति यह है कि नक्शा पास कराते समय वर्षा जल संरक्षण प्रणाली लगवाने की शपथ ली जाती है। बाद में धोखा देकर निर्माण कराने के दौरान उक्त प्रणाली नहीं लगवाई जाती। अब अफसरों ने कार्रवाई की तैयारी की है। पिछले एक साल में 40 से अधिक लोगों को इस संबंध में नोटिस दिए जा चुके हैं।
शहर में भवन निर्माण से पहले नक्शा पास करना अनिवार्य होता है। प्रशासन कई शर्तो के साथ नक्शा पास करता है। इसमें एक शपथ पत्र यह भी लगता है कि भवन स्वामी निर्माण के साथ ही वर्षा जल संचय के लिए भवनों में सयंत्र लगवाएंगे।
आमतौर पर देखने में आता है कि नक्शा पास कराने के बाद भवन स्वामी शपथ भूल जाते हैं और वर्षा जल संचय संयंत्र नहीं लगवाते। विनियमित क्षेत्र के अधिकारियों ने एक साल में जांच के दौरान पाया कि 40 से अधिक भवन स्वामी ऐसे हैं, जिन्होंने अपने भवनों में उक्त सयंत्र नहीं लगाए। इन्हें नोटिस भी दिए जा चुके हैं। इसके अलावा शहरी क्षेत्र में नवनिर्मित भवनों में जल संचयन प्रणाली लगाई गई है कि नहीं इसकी भी निगरानी विभाग ने शुरू कर दी है। कस्बों में भी रखी जाएगी नजर
प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कस्बों में भी लोग वर्षा जल संचय संयंत्र लगाने को लेकर गंभीर नहीं हैं। ऐसे कस्बे जो विनियमित क्षेत्र के अधीन है, उनमें भी नवनिर्मित भवनों की निगरानी की जाएगी। विनियमित क्षेत्र में नक्शा पास कराने के बाद ही भवन बनाए जाते हैं। जल संरक्षण के लिए भवनों में संयंत्र लगाए जाते हैं। निगरानी की जाएगी कि नवनिर्मित भवनों में सयंत्र लगाकर मानक पूरे किए गए है या नहीं।
- दीवान सिंह, जेई विनियमित क्षेत्र