महिला प्रकरणों की सुनवाई में मिलेगी मदद
सोमवार को कोतवाली गंजडुंडवारा में महिला रिपोर्टिंग पुलिस चौकी की स्
संवाद सहयोगी, कासगंज: सोमवार को कोतवाली गंजडुंडवारा में महिला रिपोर्टिंग पुलिस चौकी की स्थापना की गई। उद्घाटन गंजडुंडवारा की एसोसिएट प्रोफेसर डा. रितु गुप्ता ने किया। अपर पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं को उनके अधिकार, कर्तव्य और सुरक्षा योजनाओं की जानकारी दी।
अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा ने कहा कि जिले में मात्र एक महिला थाना जिला मुख्यालय पर था। दूर दराज से महिलाएं वहां अपनी शिकायत लेकर नहीं पहुंच पाती थी। शिकायतों के निस्तारण में भी विलंब होता था। पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलने में देरी होती थी। अब चौकी खुल जाने से महिला प्रकरणों की सुनवाई में मदद मिलेगी। एएसपी ने महिलाओं को डायल 112, 1090 की जानकारी दी। उनके अधिकार और कर्तव्य बताएं। चौकी का उद्घाटन गंजडुंडवारा डिग्री कालेज गंजडुंडवारा की एसोसिएट प्रोफेसर डा. रितु गुप्ता ने फीता काटकर किया। एसडीएम अशोक कुमार सिंह, सीओ दीपक कुमार पंत, इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह, चेयरमैन संजीव महाजन एवं नगर गणमान्य नागरिक व्यापारी महिलाएं मौजूद रहे। धूमपान निषेध दिवस : कालर को थोड़ा सा ऊपर चढ़ा के, सिगरेट के धुएं का छल्ला बना के. गीत के बोल तो शायद आपने सुने ही होंगे। तमाम युवा इसी नक्शे कदम पर चल रहे हैं, लेकिन वे अनजान हैं। अपनी जिदगी को सुरक्षित रखना है तो सिगरेट के धुएं का छल्ला नहीं बनाना है।
धूमपान बीमारियों की जड़ है। तंबाकू व अन्य धूमपान के कारण कैंसर व अन्य बीमारियों से हर रोज लोग दम तोड़ते हैं। तंबाकू से लोग अपना नुकसान करते हुए परिवार के सदस्यों की खुशहाली को भी खत्म कर देते हैं। इसलिए अगर परिवार को खुशहाल रखना है तो आज नशा छोड़ने का संकल्प लेना होगा। चिकित्सकों का कहना है कि धूमपान जानलेवा है इसलिए इससे बचना ही होगा।
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सार्वजनिक स्थलों पर उल्लंघन
सार्वजनिक स्थानों पर धूमपान करना निषेध कर दिया गया है, लेकिन जिले में निषेधाज्ञा का उल्लंघन हो रहा है। रेलवे स्टेशन हो, बस स्टैंड या फिर कोई अन्य सार्वजनिक स्थल। यहां पर लोग धूमपान निषेध कानून का उल्लंघन करते नजर आते हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती।
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तंबाकू में जिस रसायन की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है वह है निकोटिन। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। यह इंसान को नशे का आदी तो बनाता ही है, इसके प्रभाव से शरीर में कैंसर जैसी भयंकर बीमारी प्रवेश करती है। निकोटिन के प्रभाव के चलते व्यक्ति को भूख प्यास कम लगने लगती है। दिमाग काम करना बंद करने लगता है। इसके चलते धीरे-धीरे व्यक्ति नशे के बिना रह नहीं पाता है। हमें धूमपान दिवस पर यह संकल्प लेना है कि हर हाल में धूमपान को छोड़ना होगा। डा. राजकिशोर, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक