Move to Jagran APP

एटा जेल में बंदी पाजिटिव मिलने से पचलाना में बढ़ी सतर्कता

एटा के जिला कारागार में बंदी के कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद पचलाना जिला जेल में सतर्कता बरती जा रही है। शासन के निर्देश के बाद बंदियों की स्वजन से मुलाकात बंद कर दी गई है। कोरोना के नियमों के पालन कराया जा रहा है। बंदियों को मास्क वितरित किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Jan 2022 04:59 AM (IST)Updated: Tue, 04 Jan 2022 04:59 AM (IST)
एटा जेल में बंदी पाजिटिव मिलने से पचलाना में बढ़ी सतर्कता
एटा जेल में बंदी पाजिटिव मिलने से पचलाना में बढ़ी सतर्कता

संवाद सहयोगी, कासगंज : एटा के जिला कारागार में बंदी के कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद पचलाना जिला जेल में सतर्कता बरती जा रही है। शासन के निर्देश के बाद बंदियों की स्वजन से मुलाकात बंद कर दी गई है। कोरोना के नियमों के पालन कराया जा रहा है। बंदियों को मास्क वितरित किए जा रहे हैं।

loksabha election banner

एटा के जिला कारागार में अब तक पांच बंदी कोरोना पाजिटिव मिल चुके हैं। समीपीय जनपद की जिला कारागार में बंदियों को पाजिटिव मिलने के बाद पचलाना जिला जेल में कोरोना को लेकर सतर्कता बढ़ गई है। मैस में काम करने वाले बंदियों को मास्क लगाकर ही काम करने की अनुमति है। वहीं, अन्य बंदियों को भी मास्क का वितरण किया गया है। जेलर एएन सिंह बंदियों के साथ काउंसलिग कर उन्हें कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूक किया है। साथ ही कोविड नियमों के पालन के लिए सजग किया है। पुलिस द्वारा जेल में भेजे जा रहे नए बंदियों की जेल प्रशासन आरटीपीसीआर जांच करा रहा है। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें अस्थाई बैरक में रखा जा रहा है। नेगेटिव रिपोर्ट मिलने पर ही अन्य बंदियों के साथ रखा जा रहा है। शासन के निर्देश के बाद बंदियों से स्वजन की मिलाई पूरी तरह बंद कर दी गई है। जेल प्रशासन द्वारा बंदियों के लिए मास्क बनवाए जा रहे हैं।

टीकाकरण को लगा शिविर

सोमवार को जेल में कोरोना का टीका लगाने के लिए शिविर लगा। सोरों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बंदियों को कोरोना का टीका लगाया। सुबह 11 बजे से टीकाकरण शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चला। बंदियों के टीके लगाए गए। उन्हें दवा दी गई तथा टीका लगने के बावजूद भी बरतने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया। अब तक जिला जेल में एक भी बंदी कोरोना पाजिटिव नहीं मिला है। नए वैरियंट ओमिक्रोन को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। नए बंदियों की आरटीपीसीआर जांच कराई जाती है। रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें बंदियों के साथ रखा जा रहा है। जेल में मास्क तैयार कराकर बंदियों को बांटे गए हैं। चार दिन से मास्क बनाए जाने का काम शुरू हुआ है। इसमें बंदियों की मदद ली जा रही है।

एएन सिंह, जेल अधीक्षक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.