ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक शौचालयों में पड़े हैं ताले
कासगंज संवाद सहयोगी स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं लेकिन तमाम गांवों में यह शौचालय अभी तक जनता के उपयोग में नहीं आ रहे हैं।
कासगंज, संवाद सहयोगी : स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं, लेकिन तमाम गांवों में यह शौचालय अभी तक जनता के उपयोग में नहीं आ रहे हैं। इनमें ताले लटके हुए हैं। स्वच्छ भारत मिशन को ग्रहण लग रहा है। ग्रामीण अभी भी खुले में शौच को जा रहे हैं। इसके चलते लोगों को काफी परेशानी भी हो रही है।
जिले की सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं। इन्हें स्वयं सहायता समूह के हैंडओवर किया गया है। स्वयं सहायता समूह को ही इनकी देख रेख करनी है। ग्रामीण क्षेत्रों में बने सामुदायिक शौचालय लोगों के उपयोग में नहीं आ रहे हैं। इनमें ताले लटके हुए हैं। विभाग का दावा है कि सभी शौचालयों के संचालन के लिए पैसा भी दे दिया गया है। एक कर्मचारी की नियुक्ति स्वयं सहायता समूह द्वारा कर दी गई है। इतना सब कुछ होने के बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़े शौचालय मुंह चिढ़ा रहे हैं। लोग खुले में शौच जा रहे हैं। खुले में शौच मुक्ति अभियान को ग्रहण लग रहा है। यह स्थिति तब है जबकि जिला ओडीएफ घोषित हो चुका है। आंकड़ों की नजर में
जिले में कुल ग्राम पंचायतें 423
- बनाए गए शौचालय 423 जिले की सभी 423 ग्राम पंचायतों में शौचालय बन चुके हैं। इन्हें स्वयं सहायता समूह के सुपुर्द किया गया है। सभी शौचालय खुल रहे हैं। कहीं-कहीं स्वयं सहायता समूह की व्यक्तिगत समस्या के चलते यदि बंद हैं, तो वहां खुलवाए जाएंगे।
- देवेंद्र सिंह, डीपीआरओ