746 परीक्षार्थियों ने नहीं दी शिक्षक पात्रता परीक्षा
रविवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा 12 केंद्रों पर सकुशल संपन्न हुई। दो पालियों में हुई परीक्षा में 9864 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी जबकि 746 परीक्षार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे। स्टेटिक मजिस्ट्रेट निगरानी करते रहे।
संवाद सहयोगी, कासगंज : रविवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा 12 केंद्रों पर सकुशल संपन्न हुई। दो पालियों में हुई परीक्षा में 9864 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 746 परीक्षार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे। स्टेटिक मजिस्ट्रेट निगरानी करते रहे।
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए जिले में 12 केंद्र बनाए गए थे। 10,610 परीक्षार्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत थे। दूरदराज से आए परीक्षार्थी समय से पूर्व ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए। परीक्षा केंद्रों में जांच बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया। पहली पाली में 6486 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी। 396 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। 6090 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। दूसरी पाली में 4124 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 3774 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे। 350 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा सकुशल एवं शांति पूर्ण संपन्न हुई। डीआइओएस एसपी सिंह ने बताया कि किसी भी केंद्र पर कोई भी परीक्षार्थी अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए नहीं पकड़ गया है। परीक्षा नकलविहीन सकुशल संपन्न हुई है।
परीक्षार्थियों की हुई थर्मल स्कैनिग
इस परीक्षा के लिए बनाए गए सभी केंद्रों पर थर्मल स्कैनिग की व्यवस्था थी। परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों की केंद्र में प्रवेश से पहले मुख्य द्वार पर थर्मल स्कैनिग की गई। बिना मास्क के परीक्षा केंद्र पर प्रवेश वर्जित था।
कड़ी थी सुरक्षा व्यवस्था
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 12 केंद्र बनाए गए थे। इन केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी। कासगंज के सीओ डीके पंत एवं एसडीएम पंकज कुमार सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले थे। सभी केंद्रों पर पुलिस, पीएसी और महिला पुलिस की भी तैनाती की गई थी।
बस स्टैंड पर पटियाली के सीओ ने रखी निगरानी
बाहर से आने वाले हजारों परीक्षार्थी सड़क मार्ग से पहुंचे थे। निगम की बसों में उनके लिए यात्रा फ्री थी। बसों में परीक्षार्थियों की भीड़ थी। बस स्टैंड पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था एवं अनहोनी न हो इसके लिए पटियाली के सीओ आरके तिवारी पुलिस बल के साथ निगरानी बनाए रहे। यातायात नियंत्रण के लिए पुलिसकर्मियों को निर्देश देते रहे।