सोमवती अमावस्या के दिन कोरोना संक्रमण पर भारी पड़ी आस्था
जागरण टीम कासगंज सोमवती अमावस्या पर गंगा घाटों पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने कोरोना संक्रमण की परवाह किए बगैर गंगा में स्नान किया।
जागरण टीम, कासगंज : सोमवती अमावस्या पर गंगा घाटों पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने कोरोना संक्रमण की परवाह किए बगैर गंगा में स्नान किया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा के घाटों पर पहुंचे। सुबह से लेकर शाम तक हर-हर गंगे के स्वर गूंजते रहे। स्नानार्थियों ने जरूरतमंदों को दान देकर पुण्य कमाया। पूर्वजों के लिए पिडदान किया।
कोरोना संक्रमण के चलते अनुमान था कि इस बार सोमवती अमावस्या का स्नान फीका रहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। संक्रमण पर आस्था भारी रही। रविवार शाम से ही सोरों हरिपदी गंगा, लहरा गंगा घाट, कछला गंगा घाट एवं कादरगंज घाट पर श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए। राजस्थान और मध्य प्रदेश से भी श्रद्धालु निजी वाहनों से पहुंचे। वाहन इतनी संख्या में थे कि पार्किंग छोटी पड़ गई। श्रद्धालुओं ने सोमवार को सुबह गंगा में स्नान किया। पूजा अर्चना की। गंगा मैया को चूनर ओढ़ाई और दुग्धाभिषेक किया। घाटों पर देर शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ रही। एसडीएम ललित कुमार एवं सीओ आरके तिवारी व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए थे। कस्बा सोरों में बने जाम के हालात
वैसे तो यातायात पुलिस ने तीर्थ यात्रियों के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की थी। यातायात नियंत्रण के लिए भी योजना तैयार की थी, लेकिन कस्बा सोरों में स्नानार्थियों की भीड़ एवं उनके वाहनों दबाव के चलते कस्बे में जाम के हालात रहे। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, यातायात नियंत्रण में पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। कोरोना के नियमों की उड़ाई गईं धज्जियां
तीर्थ नगरी एवं घाटों पर स्नानार्थियों की संख्या देकर प्रतीत हो रहा था कि उनमें कोरोना का कोई भय ही नहीं है। कुछ स्नानार्थियों को छोड़ दें तो अधिकांश स्नानार्थी मास्क नहीं लगाए थे। शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हो रहा था। पालिका प्रशासन ने कहीं भी सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं की थी।