सोरों से सीमा एवं गंजडुंडवारा से शांति देवी जीतीं
कासगंज संवाद सहयोगी शनिवार को जिले के विकास खंड सोरों और गंजडुंडवारा में ब्लाक प्रमुख पद के लिए मतदान हुआ।
कासगंज, संवाद सहयोगी : शनिवार को जिले के विकास खंड सोरों और गंजडुंडवारा में ब्लाक प्रमुख पद के लिए मतदान हुआ। इसके बाद मतगणना कराई गई। परिणाम में सोरों पर सपा एवं गंजडुंडवारा में भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज कराई। गंजडुंडवारा में भाजपा प्रत्याशी को रिकार्ड मत मिले। उन्होंने 57 मत पा कर 56 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। जबकि सोरों में सपा प्रत्याशी 12 मतों से जीती हैं।
जिले के सात विकास खंडों में से पांच पर भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। जबकि, शनिवार को गंजडुंडवारा और सोरों में सुबह 11 बजे से मतदान हुआ। गंजडुंडवारा में 92 मतदाताओं में से मात्र 59 बीडीसी ने मत डाले। गंजडुंडवारा में भाजपा समर्थित प्रत्याशी शांति देवी को 57 मत मिले। जबकि रश्मि पालीवाल और मीरा देवी को मात्र एक-एक वोट मिला। 56 वोटों से शांति देवी विजयी घोषित की गई। सोरों में 110 सभी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा समर्थित प्रत्याशी उर्मिला यादव को 49 जबकि सपा समर्थित प्रत्याशी सीमा यादव को 61 वोट मिले। 12 मतों के अंतर से भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा। सोरों में विजयी प्रत्याशी सीमा देवी एवं गंजडुंडवारा की विजयी प्रत्याशी शांति देवी को डीएम सीपी सिंह ने जीत का प्रमाण पत्र दिया। गंजडुंडवारा में नहीं पड़े 33 मत
ब्लाक गंजडुंडवारा में कुल 92 क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं। इनके द्वारा ब्लाक प्रमुख पद के लिए मतदान करना था। इनमें से कुल 59 बीडीसी ने ही मताधिकार का प्रयोग किया। जबकि 33 बीडीसी मतदान करने ब्लाक परिसर तक नहीं पहुंचे और न ही उन्होंने मतदान किया। इस बात को लेकर चर्चा बनी हुई है। बीडीसी मतदान के लिए क्यो नहीं पहुंचे इसका कोई स्पष्ट जबाव नहीं मिल पा रहा है। डीएम की निगरानी में हुई मतगणना
सोरों ब्लाक प्रमुख का चुनाव संवेदनशील माना जा रहा था। एक ओर पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव की पत्नी सीमा यादव सपा से प्रत्याशी थीं और दूसरी ओर इनकी ही सलहज उर्मिला देवी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था। डीएम सीपी सिंह एवं एसपी मनोज कुमार सोनकर मतदान शुरू होते ही ब्लाक परिसर पहुंच गए। वहां व्यवस्थाओं का जायजा लिया। दोपहर तीन बजे से मतगणना डीएम की निगरानी में ही हुई। कोई मत निरस्त नहीं हुआ।