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प्राकृतिक खेती का पाठ पढ़ेंगे अफसर और किसान

कासगंज संवाद सहयोगी जिले में अब तक जैविक खेती को दिए जा रहे बढ़ावे के बीच प्राकृतिक खेती की भी शुरुआत होगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 05:14 AM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 05:14 AM (IST)
प्राकृतिक खेती का पाठ पढ़ेंगे अफसर और किसान
प्राकृतिक खेती का पाठ पढ़ेंगे अफसर और किसान

कासगंज, संवाद सहयोगी : जिले में अब तक जैविक खेती को दिए जा रहे बढ़ावे के बीच प्राकृतिक खेती की भी शुरुआत होगी। इस खेती को करने से पहले किसानों को ही नहीं बल्कि कृषि विभाग के अफसरों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए बुधवार को शासन से कृषि विभाग के अफसरों को फरमान मिल गया है। शासनादेश मिलते ही अफसर इस खेती की प्रक्रिया में जुट गए हैं। हालांकि, अभी प्रशिक्षण की तिथि नियत नहीं है, लेकिन किसानों और कृषि विभाग के अफसरों का चयन प्रशिक्षण के लिए शुरू कर दिया गया है।

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प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश सरकार ने भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति शुरू की है। इसके तहत कासगंज में इसका प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत जिले में मास्टर ट्रेनर किसानों और कृषि विभाग के अफसरों को प्रशिक्षण देंगे। कृषि विभाग की द्वितीय श्रेणी स्तर के अधिकारियों, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी के अलावा किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों को लखनऊ में प्रशिक्षण मिलेगा तो अन्य अफसरों एवं किसानों को स्थानीयस्तर पर किसी विज्ञान केंद्र में प्रशिक्षित किया जाएगा। वैसे तो कुछ अफसरों को पूर्व में ही प्रशिक्षण लखनऊ में मिल चुका है, लेकिन एक बार फिर से नए सिरे से प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्राकृतिक खेती के नए आयाम तलाशे जाएंगे। अफसरों एवं किसानों को जीवामृत, घनजीवामृत, नीमास्त्र तैयार करने के गुर सिखाए आएंगे। खेती को नया जीवन देने के लिए शासन से आदेश कृषि विभाग के अफसरों को मिल गया है। अफसर किसानों का चयन कर रहे हैं। इससे पहले जैविक खेती पर जिले में बल दिया जा रहा था, लेकिन अब जैविक खेती के साथ-साथ प्राकृतिक खेती पर विशेष जोर रहेगा। प्राकृतिक खेती की शुरुआत जिले में होगी। शासन से इस संदर्भ में दिशा निर्देश मिल चुके हैं। किसानों और कृषि विभाग के अधिकारियों को जल्द प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा। प्राकृतिक खेती से मिट्टी को नया जीवन देने की पहल की गई है।

- सुमित चौहान, जिला कृषि अधिकारी


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