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इस बार आज और कल दो दिन मनेगी मकर संक्रांति, घर-घर हुई तैयारी

कासगंज संवाद सहयोगी मकर संक्रांति पर्व आज शुक्रवार और कल शनिवार को मनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 05:42 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 05:42 AM (IST)
इस बार आज और कल दो दिन मनेगी मकर संक्रांति, घर-घर हुई तैयारी
इस बार आज और कल दो दिन मनेगी मकर संक्रांति, घर-घर हुई तैयारी

कासगंज, संवाद सहयोगी : मकर संक्रांति पर्व आज शुक्रवार और कल शनिवार को मनाया जाएगा। पर्व को लेकर घर-घर तैयारी की गई। जरूरतमंदों को दान करने के लिए लोगों ने खरीदारी की। बाजारों में भीड़ दिखाई दी। शहर से लेकर कस्बों तक बाजारों में तिल से बनी गजक की अस्थाई दुकानें सजी, जिन पर खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।

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मकर संक्रांति का पर्व भगवान सूर्य की आराधना का दिन है। मान्यता है कि इस दिन तिल, गुड़ से बने मीठे खाद्य पदार्थ और अन्य सामग्री दान करने से कई गुना फल प्राप्त होता है। पर्व की पूर्व संध्या गुरुवार से ही लोगों ने तैयारियां शुरू की। दान करने के लिए तिल और गुड़ से बने खाद्य पदार्थ गजक, लड्डू व अन्य उत्पादों की खरीदारी की। दान दाताओं ने कंबल, ऊनी वस्त्र व घरेलू उपयोग की सामग्री भी खरीदी। पर्व पर खिचड़ी दान करने की भी मान्यता है। इसी मान्यता के चलते चावल, दाल की भी बिक्री हुई। सुबह से ही लोगों ने खरीदारी की। शहर के अलावा कस्बा, सहावर, अमांपुर, सिढ़पुरा, पटियाली, सिकंदपुर वैश्य, सोरों, गंजडुंडवारा, ढोलना में भी गजक की अस्थाई दुकानें सजीं और खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ रही। गंगाघाट पर स्नान को पहुंचेंगे श्रद्धालु

मकर संक्रांति पर्व पर गंगा स्नान की भी परंपरा है। इसी परंपरा के निर्वहन के लिए जिले के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान से भी तमाम लोग गंगा स्नान के लिए सोरों की हरिपदी गंगा, लहरा गंगाघाट, पटियाली के कादरगंज गंगाघाट और कछला गंगाघाट पर स्नान के लिए पहुंचेंगे। कुष्ठ रोगियों को भोजन कराएंगे और जरूरतमंदों को दान देंगे। खिचड़ी भोज और भंडारे भी होंगे

मकर संक्रांति पर्व पर सामाजिक संस्थाओं द्वारा खिचड़ी भोज का भी आयोजन किया गया है। इन कार्यक्रमों में कोरोना नियमों का पालन करते हुए लोगों को आमंत्रित किया गया है। वहीं समाजसेवियों द्वारा भंडारे लगाए जाएंगे। सोरों कासगंज में भंडारे की तैयारियां की गई है। मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान होंगे और खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया जाएगा। मकर संक्रांति पर पूजा का शुभ समय

धार्मिक मान्यता के अनुसार संक्रांति का पूर्ण काल छह घंटे पूर्व से लेकर छह घंटे बाद तक होता है। शुक्रवार को सुबह आठ बजकर 43 मिनट के बाद सूर्यदेव की पूजा की जा सकती है। इस दिन शुक्ल योग दोपहर एक बजकर 36 मिनट तक हैं। उसके बाद ब्रह्मयोग शुरू हो जाएगा। इस दिन शुभ मुहुर्त 12 बजकर नौ मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक हैं। जबकि 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्य काल दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। पूजा का शुभ समय दोपहर 12 बजकर 19 मिनट से 12 बजकर 12 मिनट तक का है।

- पंडित राधेश्याम, ज्योतिषाचार्य


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