कांवड़ मेला से बढ़ने लगी तीर्थ नगरी की रौनक
सोरों संवाद सूत्र तीर्थ नगरी के कांवड़ मेले से तीर्थ नगरी की रौनक और बढ़ गई है।
सोरों, संवाद सूत्र: तीर्थ नगरी के कांवड़ मेले से तीर्थ नगरी की रौनक और बढ़ गई है। राजस्थान, मध्यप्रदेश से आने वाले कांवड़ियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इससे कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। सुबह से लेकर देर रात तक बम-बम भोले के स्वर घाटों और सड़कों पर गूंज रहे हैं।
एक मार्च से शुरू हुए तीर्थ नगरी के कांवड़ मेला में अब भीड़ बढ़ती ही जा रही है। मध्य पद्रेश, राजस्थान के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों से आने वाले शिव भक्त कांपड़ियों की संख्या भी अब बढ़ने लगी है। लहरा गंगाघाट पर वातावरण भक्तिमय हो गया है। घाट पर सुबह से लेकर रात तक कांवड़ियों की भीड़ रहती है। एक वर्ष बाद तीर्थ नगरी में कोई बड़ा मेला लगा है। बीते वर्ष शिवरात्रि के बाद कोरोना संक्रमण के कारण कोई भी मेला नहीं लगा था। मेला की भीड़ को देख कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं।
अव्यवस्थाएं हावी
मेला को लेकर जिला प्रशासन गंभीर नहीं है। न तो बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ही कोई व्यवस्था की गई है और न ही स्थानीय व्यापारियों के लिए। मेला क्षेत्र में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। कांवड़ियों को गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है। एक साल से कारोबार ठप पड़े थे। कांवड़ मेला से उम्मीद है। शुरू से ही अच्छा कारोबार हो रहा है। उम्मीद पूरी होती दिखाई दे रही है।
- प्रवीण माहेश्वरी, साज सज्जा सामग्री विक्रेता कांवड़ मेला अच्छा चल रहा है। आगे भी अच्छे चलने की उम्मीद है। एक वर्ष बाद यहां मेला लग रहा है। अधिक संख्या में शिवभक्त आ रहे हैं।
- सुभाष जोगी, थोक कारोबारी कंठी माला