गोरहा में चल रहे थे गर्भपात सेंटर!सीज
आयुर्वेदिक डॉक्टर मरीजों को दे रहे थे एलोपैथी दवा गोरहा एवं कासंगज के तीन डॉक्टरों से मांगा है जवाब
कासगंज, जासं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की छापामार कार्रवाई से अफरातफरी मच गई। कई झोलाछाप दुकानों के शटर गिराकर भाग गए। टीम को गोरहा में दो गर्भपात सेंटर चलते हुए मिले। इन्हें सीज करते हुए संचालिकाओं को नोटिस जारी किए हैं। वहीं तीन बीएएमएस डॉक्टर से अंग्रेजी दवाओं के प्रयोग पर जवाब मांगा है।
एसीएमओ डॉ.अविनाश कुमार ने टीम के साथ में गोरहा में छापा मारा। यहां पर सुषमा के घर पर पहुंचने पर डिलेवरी टेबल मिली। इस पर इस केंद्र को सीज कर दिया है। वहीं रजनी के यहां पर भी अवैध केंद्र संचालित होने की सूचना पर छापा मारा तो यहां भी यही स्थिति मिली। एसीएमओ के अनुसार दोनो ही केंद्रों पर अवैध गर्भपात का संदेह है। केद्रों को सीज कर दिया है तथा जवाब मांगा है। इसके बाद में जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
वहीं कासगंज में जीवन च्योति हॉस्पिटल में पहुंचने पर यहां पर अंग्रेजी दवाएं मिलीं, जबकि बीएएमएस डॉक्टर ही मिले। वह कोई जवाब नहीं दे सके। हॉस्पिटल भी आयुर्वेद में पंजीकृत है। गोरहा में डॉ.नंद किशोर राना एवं डॉ.जुगल किशोर भी आयुर्वेद की प्रैक्टिस के नाम पर अंग्रेजी दवाओं का प्रयोग करते हुए मिले। इन चिकित्सकों से जवाब तलब करते हुए अंग्रेजी दवाओं के खरीद बिल भी मांगे हैं। जिलेभर के झोलाछाप में खलबली :
अब तक झोलाछाप के यहां छापेमारी का प्रभार डॉ.नरेंद्र कुमार पर था। जितने भी केंद्रों पर छापामार कार्रवाई की गई है वह मुख्य सड़क पर हैं। सीएमओ दफ्तर से कलक्ट्रेट तक जाने वाले मार्ग पर पड़ने वाले इन केंद्रों के संबंध में जनता भी जानती थी, लेकिन पूर्व में टीम ने कभी इन पर कार्रवाई की जरूरत नही समझी। बीते दिनों ही डॉ.नरेंद्र से प्रभार हटाकर डॉ.अविनाश को सौंपा है। इससे झोलाछापों में खलबली मची हुई है। दफ्तर तक है झोलाछापों की पहुंच :
झोलाछाप की पहुंच सीएमओ दफ्तर तक बताई जाती है। यही वजह है इनके खिलाफ होने वाली कार्रवाई हर बार नोटिस तक सिमट जाती थी, लेकिन अब अधिकारियों के सख्त रुख से कई झोलाछाप बचाव के लिए भाग रहे हैं।