प्रदूषित हो गया है हरिपदी का जल, घुटा जलीय जीवों का दम
सोरों संवाद सूत्र तीर्थ नगरी सोरों में पालिका की अनदेखी नित्य नई समस्या को जन्म दे रही है।
सोरों, संवाद सूत्र : तीर्थ नगरी सोरों में पालिका की अनदेखी नित्य नई समस्या को जन्म दे रही है। अब हरिपदी गंगा के जल का पुनर्भरण न होने के कारण कुंड का जल दूषित हो गया है। इससे जलीय जीवों का सांस लेना दूभर हो गया है। परिणामस्वरूप तमाम मछलियां मरने के बाद पानी में उतराती देखी गईं। पालिका की अनदेखी से तीर्थ पुरोहितों ने आक्रोश जताया है। मांग की है कि जल्द ही हरिपदी गंगा में जल बदलवाने की मांग की है।
पूर्व में भी हरिपदी गंगा के कुंड में जल प्रदूषित होता रहा है। इससे मछलियां मरती रही हैं। जब-जब जल प्रदूषित हुआ तब-तब पुरोहितों ने आक्रोश जताया। पुरोहितों की नाराजगी के बाद पालिका ने जल बदलने की कार्रवाई की। अब एक बार फिर जल प्रदूषित हो गया है। बड़ी संख्या में मछलियां इस पानी में मर रही हैं। जलीय जीवों का दम घोंटने वाला यह पानी आचमन योग्य नहीं रह गया है। पुरोहितों की मांग है कि जल्द ही पानी बदलवा जाए। पालिका मनमानी करती है। समय रहते जल नहीं बदलवाया जाता है। इससे जलीय जीवों का दम घुटता है और आस्था भी आहत होती है।
- पंडित उमेश शास्त्री, तीर्थ पुरोहित तीर्थ नगरी में प्रतिदिन श्रद्धालु गंगा स्नान एवं देव दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन जल प्रदूषित होने के कारण वे आहत दिखाई देते हैं।
- मोना मिश्रा, तीर्थ पुरोहित जल्द ही जल बदलना चाहिए। अन्यथा तीर्थ पुरोहितों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। पालिका के विरुद्ध लामबंदी करनी होगी।
- सीताराम दुबे, तीर्थ पुरोहित कई बार हरिपदी गंगा का जल प्रदूषित हो चुका है। यदि समय रहते जल बदलवा दिया जाए तो यह समस्या न हो। पालिका ध्यान दे।
- दीपक बौहरे, तीर्थ पुरोहत जल कम हो गया है। उसे बदलवाने के लिए सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को पत्र लिख रहे हैं। हरिपदी गंगा का जल गोरहा नहर से आता है।
- संतराम सरोज, अधिशासी अधिकारी