गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में खिलेंगे फूल, महकेगी बागवानी
कासगंज संवाद सहयोगी गंगा नदी के किनारे बागवानी को महकाने की योजना तैयार हुई है।
कासगंज, संवाद सहयोगी : गंगा नदी के किनारे बागवानी को महकाने की योजना तैयार हुई है। शासन ने गंगा के तटवर्ती क्षेत्र में औद्यानिक विकास के लिए योजना तैयार की है। जिले में औद्यानिक विकास का लक्ष्य तय कर दिया गया है। नर्सरी और उद्यान रोपण पर अलग-अलग अनुदान दिए जाने की योजना है। इच्छुक किसानों से उद्यान विभाग ने आवेदन भी मांग लिए हैं।
जिले में गंगा नदी के किनारे बागवानी को महकाया जा सकता है। यही संभावना तलाशते हुए यहां कार्य योजना तैयार की गई है। अब शासन ने नमामि गंगे योजना के तहत इस ओर ध्यान दिया है। गंगा नदी के किनारे के गांव के किसान खेतों में बागवानी कर सकेंगे। बागवानी के लिए उन्हें पूरा खर्चा अपने पास से नहीं करना होगा। उद्यान विभाग की ओर से नमामि गंगे योजना के तहत अनुदान भी दिया जाएगा। उद्यान रोपण के लिए अलग अनुदान है और नर्सरी के लिए अलग व्यवस्था है। उद्यान रोपण में बागवानी आती है तो नर्सरी में फूलों के पौधे होते हैं। रंग-बिरंगे आकर्षण फूल नर्सरी को महकाते हैं। यह है व्यवस्था :
- 03 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर उद्यान रोपण पर अनुदान
- 7.50 लाख रुपये एक हेक्टेयर में नर्सरी तैयार करने पर मिलेंगे सिर्फ एक नर्सरी होगी तैयार
शासन ने जो अनुदान व्यवस्था लागू की है उसमें गंगा नदी के किनारे किसी भी एक गांव में सिर्फ एक नर्सरी के लिए स्वीकृति दी है। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में यह नर्सरी तैयार की जाएगी। जिसमें 15 लाख रुपये की लागत आएगी। 50 फीसद अनुदान मिल जाएगा। शासन से लक्ष्य मिल गया है। नमामि गंगे योजना के तहत गंगा नदी के किनारे तटवर्ती क्षेत्रों में औद्यानिक विकास किया जाएगा। किसान अपने कृषि से संबंधित दस्तावेज पूरे करते हुए उद्यान अधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा कर सकते हैं।
- सुबोध कुमार, जिला उद्यान अधिकारी