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मौत का संदेशा लाई कागज की पर्चियां

जासं, गंजडुंडवारा: अपहृत बालकों की तलाश में पुलिस और परिजन जुटे थे। लेकिन इस बीच कागज की पर्चियां मौ

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Apr 2018 12:07 AM (IST)Updated: Wed, 11 Apr 2018 12:07 AM (IST)
मौत का संदेशा लाई कागज की पर्चियां
मौत का संदेशा लाई कागज की पर्चियां

जासं, गंजडुंडवारा: अपहृत बालकों की तलाश में पुलिस और परिजन जुटे थे। लेकिन इस बीच कागज की पर्चियां मौत का संदेश लेकर आ गई। हालांकि सुबह की पर्ची सही ठिकाना नहीं बता सकी। लेकिन शाम को मिली पर्ची ने उसी स्थान पर शव बरामद करा दिए।

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रविवार को सचिन और अमित का अपहरण हुआ। उसके बाद इन बालकों की तलाश काफी गंभीरता से की जा रही थी। ग्रामीण सोमवार सुबह जंगलों की ओर बालकों को खोजने निकले तो रास्ते में एक कुछ कूड़ा रखा था और उस कूड़े पर छह पर्चियां लगी हुई थी। ग्रामीणों ने पहली बार इस रास्ते पर इस तरह का नजारा देखा तो वह अचंभित रह गए और उन्होंने जैसे ही पर्चियां निकालकर खोली तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई थी। पर्चियों पर लिखा हुआ था कि दोनों बच्चों की हत्या कर दी है और उनके शव ढकरई में एक स्कूल के बराबर घूरे पर फेंक दिए है। ग्रामीण बताए गए स्थान पर पहुंचे लेकिन यहां कोई शव नहीं मिला। इसके बाद देर शाम एक बाइक सवार नकाब लगाकर सड़क किनारे निकला और गांव के बालक शिवा को एक थैली थमा गया। इस थैली में निकली पर्ची में लिखा था कि अब उसी स्थान पर जाकर फिर देखो, शव मिल जाएगें। यह सूचना पुलिस को दी गई तो ग्रामीण व पुलिस बताए गए स्थान पर फिर पहुंचे। यहां खून से लथपथ बालकों के शव पड़े हुए थे। इस तरह इन पर्चियों ने परिजनों तक मौत का संदेशा पहुंचाया। संकेतों से मिले संदेश

दो माह पूर्व बालिका की हत्या की घटना रही हो या फिर एक माह पूर्व तंत्र की बलि चढ़ा बालक। इन दोनों का संदेश भी संकेतों से मिला था और बहोरनपुर के दो बालकों की हत्या और शवों का सुराग संदेशों ने दिया। नामजदों ने मारे है बालक

पर्चियों पर लिखा था कि तुम्हारे बालकों की हत्या ढकरई के धर्मेद्र, छोटे पुत्रगण उदयवीर और ¨रकू पुत्र सर्वेश ने की है। इनके खिलाफ ही कार्रवाई कराओ। हर पहलुओं पर हो रही जांच

पर्चियां रंजिशन भी लिखी जा सकती है। लेकिन पुलिस हर पहलुओं पर जांच कर रही है। जल्द ही पुलिस नतीजे तक पहुंच जाएगी। -- पीयूष श्रीवास्तव, डीआईजी


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