कोहरे में जानलेवा न बन जाएं अंधे मोड़
सड़क यातायात के लिए खतरनाक मोड, कोहरे में मोड से दुर्घटना की आशंका
कासगंज, जागरण संवाददाता। सड़क यातायात के लिए मोड़ खतरनाक होते हैं। अंधे मोड़ तो सामान्य मौसम में भी आए दिन हादसों का सबब बनते हैं। ऐसे में कोहरे में यहां पर बड़ों हादसों का डर बना हुआ है, लेकिन प्रशासन ने इससे आंख मूंद रखी हैं। न तो मोड़ पर संकेतांक लगवाए गए हैं न ही बचने के लिए रिफलेक्टर।
सड़क हादसे मानवीय भूल से होते हैं, लेकिन जिले में इन्हें रोकने के प्रयास भी नहीं दिख रहे हैं। शहर से देहात तक कई ऐसे मोड़ हैं, जहां पर हादसों का डर है। कोहरे में अक्सर इन मोड़ से गुजरते वक्त वाहनों को दूसरी तरफ से आते वाहन नहीं दिखते हैं, लेकिन इसके बाद भी इन मोड़ पर बचाव के उपाए नहीं दिखते। जिला मुख्यालय से जनपद बदायूं को जोड़ने वाले कासगंज कछला मार्ग पर कछला के निकट गोला कुंआ एक ऐसा अंधा मोड़ है जहां आए दिन हादसे होते है। कोहरा पड़ने लगा है, लेकिन इस मोड़ को सुरक्षित बनाने के लिए भी अभी तक कोई इंतजाम नहीं हुआ है। न तो यहां संकेतांक लगे हैं न वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए विशेष इंतजाम।
ये हैं अंधे मोड़
कासगंज कछला मार्ग पर गोला कुंआ।
मोहनपुर सड़क मार्ग पर एहलादपुर पहला चक मोड़।
सिढ़पुरा धुमरी मार्ग पर निबुईया पहलोई मोड़।
पटियाली हाइवे पर अशोकपुर मोड़, पटियाली बाइपास मोड़।
गत वर्ष हुआ था हादसा :
बीते वर्ष नवंबर माह में गोला कुंआ पर दो चार पहिया वाहनों में भिडंत हुई थी जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी। पटियाली का अशोकपुर मोड़ तो हर माह काल बनता है। हर महीने यहां पर होने वाले हादसे में जानें जाती हैं।