किसान संगठनों के बंद का जिले में नहीं दिखा असर
कासगंज संवाद सहयोगी कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के भारत बंद का जिले में कोई प्रभाव नहीं रहा।
कासगंज, संवाद सहयोगी: कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के भारत बंद का जिले में कोई प्रभाव नहीं रहा। आम दिनों की तरह शहर से लेकर कस्बे तक के बाजार खुले रहे। किसान यूनियन टिकैत और स्वराज के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार से काले कानूनों को वापस लेने की मांग की। ताकि किसानों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि यह कानून किसानों के लिए परेशानी भरे हैं। इनको लागू नहीं किया जाना चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के विरोध में बंद का आह्वान किया था। इसका जिले में कोई असर दिखाई नहीं दिया। शुक्रवार की सुबह रोज की तरह बाजार खुले। बाजारों में खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। विरोध स्वरूप कासगंज में किसान यूनियन स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन कर एसडीएम ललित कुमार को ज्ञापन दिया। आशीष पांडेय, अनिल शास्त्री, योगेश कुमार, श्रीपाल सिंह, श्याम वीर सिंह, राजेंद्र सिंह, अमर सिंह चौहान, बालकिशन, राजकुमार, दीपक, मुकेश, अतर सिंह, प्रमोद कुमार, नेम सिंह, नेतराम, पन्नालाल, तारा सिंह मौजूद रहे। कस्बा सहावर में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष संजय प्रजापति के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बौंदर रोड से तहसील तक जुलूस निकालकर पैदल मार्च किया। कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग का राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को संबोधित ज्ञापन एसडीएम शिवकुमार सिंह को दिया। लक्ष्मण सिंह वर्मा, विक्रमजीत सिंह, अनूप सिंह, देशराज वर्मा, राकेश चतुर्वेदी, सुघड़ सिंह, ब्रह्मपाल सोलंकी, गुरुचरण, अनूप सिंह, देशराज वर्मा, नर सिंह, ब्रह्मपाल सोलंकी, राकेश चतुर्वेदी मौजूद रहे।