43 वाहनों के काटे चालान, वसूला जुर्माना
संभागीय परिवहन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया। वाहन चालकों क
कासगंज, जागरण संवाददाता: ंभागीय परिवहन विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया। वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी गई। 43 वाहनों के चालान काटे गए, उनसे जुर्माना वसूला गया।
एआरटीओ राजेश राजपूत के नेतृत्व में चलाए गए जागरूकता कार्यक्रम के तहत विभागीय टीम ने न्यौली शुगर मिल में ट्रैक्टर ट्रालियों पर रेडियम स्टीकर लगाए। वाहन चालकों को जागरूक किया गया। एआरटीओ ने कहा कि कोहरे में दृश्यता कम हो जाती है। ऐसे में वाहनों की गति धीमी रखें। वाहनों पर फोग लाइट लगाएं। अधिक कोहरे में वाहन न चलाएं। वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। तेज रफ्तार भी हादसों का कारण बनती है। लिहाजा वाहनों की गति नियंत्रित रखें। विभागीय टीम ने चेकिग कर दोपहिया और चार पहिया वाहनों सहित 43 वाहनों के चालान काटे। 36 वाहनों से शमन शुल्क वसूला गया। एआरटीओ ने कहा कि सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण सड़क हादसे बढ़ते हैं। सड़क हादसों की रोकथाम के लिए वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग का यह अभियान जारी रहेगा।
शहर में नहीं हो रहा साप्ताहिक बंदी का पालन: जिले में शहर से लेकर कस्बों तक साप्ताहिक बंदी का पालन नहीं हो रहा है। डीएम का आदेश हवाहवाई साबित हो रहा है। आम दिनों की तरह बाजार खुल रहे हैं। जिम्मेदार विभाग मौन साधे है।
जिले भर में कस्बों और शहर के बाजार बंदी को लेकर एक दिन निश्चित है। शहर में सोमवार को साप्ताहिक बंदी रहती है। लेकिन देखने में आता है कि साप्ताहिक बंदी के दिन भी 60 से 70 फीसद तक बाजार आम दिनों की तरह खुलते हैं। बीते दिनों मोहनपुर में बाजार बंदी को लेकर हुए विवाद के बाद डीएम सीपी सिंह ने साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन इसके बावजूद साप्ताहिक बंदी का पालन नहीं हो रहा है। दुकानदार मनमानी कर रहे हैं। जिम्मेदार श्रम विभाग साप्ताहिक बंदी के लिए कोई प्रयास नहीं करता है। न ही दुकान खोलने वालों के विरुद्ध नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाती है। जिससे दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं।
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श्रम विभाग साप्ताहिक बंदी का पालन नहीं करा पा रहा है। पुलिस प्रशासन के सहयोग से साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। व्यापारियों से अनुरोध है कि वह साप्ताहिक बंदी का पालन करें। - ललित कुमार, एसडीएम सदर