कोरोना काल के बाद शनिवार को जिला अस्पताल में शुरू हुई ओपीडी
कोरोना काल के लंबे समय के बाद शनिवार को ओपीडी खोली गई। छह चिि
संवाद सहयोगी, कासगंज: कोरोना काल के लंबे समय के बाद शनिवार को ओपीडी खोली गई। छह चिकित्सकों की देख-रेख में रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उन्हें दवाइयां दी गयीं। दोपहर तक 101 रोगियों ने ओपीडी का लाभ उठाया। सीएमओ ने व्यवस्थाएं देखीं तथा चिकित्सकों को निर्देश दिए। 23 मार्च 2020 को कोरोना काल प्रारंभ होते ही जिला अस्पताल की ओपीडी बंद कर दी गई थी। यहां कोविड अस्पताल स्थापित किया गया था। जिसके चलते केवल कोरोना का परीक्षण एवं रोगियों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा था। जबकि अन्य रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण पूरी तरह बंद था। शनिवार को सुबह आठ बजे से प्रारंभ हुई ओपीडी में 101 मरीजों ने पंजीकरण के बाद स्वास्थ्य परीक्षण कराया है। बुखार, खांसी, सर्दी, जुकाम के अलावा कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगियों का परीक्षा हुआ है। सीएमओ डा. अनिल कुमार ने तीन पुरुष एवं तीन महिला चिकित्सकों के साथ आठ स्टाफ नर्स की तैनाती की। दोपहर को सीएमओ ने निरीक्षण भी किया है। रोगियों से बातचीत की। कुछ कमियां नजर आने पर उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश भी दिए हैं। ------------------------ 11 माह बाद चिकित्सालय में सुनाई दी किलकारी जिला अस्पताल के ओपीडी खुलने के बाद ही यहां शनिवार को महिला का प्रसव कराया गया। अमांपुर क्षेत्र के गांव मगथरा निवासी वीरपाल की 22 वर्षीय पत्नी सपना ने बेटी को जन्म दिया है। 11 माह बाद जिला चिकित्सालय में नवजात की किलकारी सुनाई दी । ---------------------- एसपी ने लगाई पुलिस पिकेट वैसे तो जिला अस्पताल में पुलिस महकमे की चौकी है। लेकिन कोरोना के चलते तैनात पुलिस कर्मियों को हटा दिया था। जबकि शनिवार को ओपीडी चालू होने के बाद अस्थायी रूप से एसपी मनोज कुमार सोनकर ने सुरक्षा को देखते हुए यहां दो पुलिस कर्मियों की पिकेट तैनात कर दी है।