बाढग्रस्त क्षेत्रों का हाल : खेत-रास्तों में जलभराव से जोखिम में जान
नाव नहीं होने से नयापुरवा के लोग तैर कर आते जाते पार महिलाओं व बचों को हो रही परेशानी
संवाद सूत्र, मूसानगर: बाढ़ का पानी दूसरे दिन भी निरंतर कम हुआ लेकिन समस्याएं अभी भी जस की तस बनी हुई हैं। कई स्थानों पर कटाव हो जाने से रास्ता बाधित है। लोगों को आने जाने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। नाव न होने से महिलाओं और बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पड़ाव मार्ग पर से पानी कम होने के बाद भी ग्राम नयापुरवा के लोग जलभराव के पानी से परेशान हैं। गांव जाने वाले खड़ंजा में गहरी कटान हो जाने से पानी भरा हुआ है। यहां नाव आदि की सुविधा न होने से ग्रामवासी जान जोखिम में डालकर आना जाना कर रहे हैं। गुरुवार को भी बाढ़ का पानी निरंतर कम हो रहा है। इसी कारण पड़ाव, कुम्हापुर जाने वाली सड़क पर आवागमन शुरू हो गया, लेकिन अभी भी पथार आढ़न, गांव को जाने वाले मार्ग पर नावों से ही आवागमन हो रहा है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में खेतों की ओर जहां तक नजर जाती है हरियाली न•ार नहीं आ रही है। फसलों को बाढ़ ने पूरी तरह बर्बाद करके रख दिया है। ग्राम नयापुरवा के लोग बाढ़ के पानी से नहीं अब भराव के पानी से परेशान हैं। मुगल रोड से ग्राम नयापुरवा को खड़ंजा मार्ग गया है। खड़ंजा के दोनों ओर पानी भर गया है। खड़ंजा मार्ग में गहरा कटान हो गया है जिसके कारण गांव आने जाने में परेशानी हो रही हैं। बाढ़ उतर जाना मान कर प्रशासन ने यहां लगी नाव भी हटवा ली हैं। अब ग्रामीण गहरे पानी से होकर निकल रहे हैं। महेश, रमेश, हजारी, विनोद, रजोल आदि ने बताया कि खड़ंजा मार्ग के दोनों ओर पानी भरा है। बीच गांव को गया खड़ंजा मार्ग में गहरा कटान हो जाने आवागमन नहीं हो पा रहा है। प्रशासन ने यहां लगी नाव भी हटवा ली। अब कैसे निकला जाए। ग्रामीण परेशान हैं।