अफसरों के कंधा देते ही परिजनों के छलके आंसू
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: गश्त के दौरान डंपर की चपेट में आकर हादसे का शिकार
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: गश्त के दौरान डंपर की चपेट में आकर हादसे का शिकार हुए सिपाही के शव को रविवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस लाइन माती लाया गया। यहां अफसरों व सहकर्मियों ने राजकीय सम्मान के साथ उसको अंतिम विदाई दी। इसके बाद अफसरों ने कंधा देकर सिपाही का शव राजकीय वाहन तक पहुंचाया। अफसरों के शव को कंधा देते ही सिपाही के परिजन बिलख उठे।
मूलरूप से नगला कुरावली मैनपुरी निवासी सिपाही धीरज कुमार (30)सिकंदरा थाने में कार्यरत थे। शनिवार रात में वह गश्त के लिए राजपुर निवासी होमगार्ड उमेश मिश्रा (45) के साथ निकला था। रविवार भोर पहर करीब 3.30 बजे हाइवे पर सूर्या तिराहे के पास तेज रफ्तार गिट्टी लदे डंपर की चपेट में आकर सिपाही व होमगार्ड गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के लिए कानपुर ले जाते समय सिपाही की मौत हो गई थी। वहां पोस्टमार्टम के बाद सिपाही के शव को पुलिस लाइन माती लाया गया। यहां शोक संतृप्त परिजनों व अफसरों के साथ ही सहकर्मियों ने राजकीय सम्मान के साथ सिपाही को अंतिम विदाई दी। इसके बाद एसपी राधेश्याम व एएसपी एके श्रीवास्तव, सीओ सिकंदरा आरके मिश्रा, आरआई व अन्य पुलिस कर्मियों ने शव को कंधा देकर राजकीय वाहन तक पहुंचाया। अफसरों के कंधा देते ही पत्नी रमा देवी बेहाल हो गई। रोते हुए वह बार बार यहीं कह रही थी कि अब उसका व बच्चों सार्थक (4), दीप्ती (6) व यादवेंद्र (6 माह) का गुजारा कैसे होगा। रोने बिलखने के बाद परिजन सिपाही का शव सरकारी वाहन से लोक अपने गांव के लिए रवाना हो गए। एसपी ने बताया कि सिपाही की मृत्यु ड्यूटी के दौरान हुई है। उसके परिवार को सभी अनुमन्य सहायता प्रदान की जाएगी।