कोरोना को हराने में महिला समूह का काढ़ा बनेगा मददगार
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कोरोना में कारगर काढ़ा तो है ही और आयुष काढ़ा अस्प
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कोरोना में कारगर काढ़ा तो है ही और आयुष काढ़ा अस्पतालों में दिया भी जाता है, लेकिन अब लोगों की मदद को जिले के कई समूह की महिलाओं का बना काढ़ा भी कोरोना से जंग में मददगार होगा। यहां की महिलाओं ने दालचीनी, मुनक्का, काली मिर्च, शहद नींबू व सौंठ मिलाकर काढ़ा तैयार किया है। इसे निश्शुल्क वितरित किया जा रहा है। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग व आशाबहू के जरिए भी इसे लोगों को बांटकर लाभ पहुंचाया जाएगा।
कोरोना महामारी को देखते हुए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत काढ़ा बनाना शुरू किया है। अभी जिले में मलासा के छतैनी के जयशिवबाबा स्वयं सहायता समूह की निर्मला शुक्ला व अमरौधा का मसीह स्वयं सहायता समूह की पूजा देवी अन्य महिलाओं संग काढ़ा तैयार कर रहा है। छतैनी में जहां 150 पैकेट तो अमरौधा में रोजाना करीब पांच लीटर काढ़ा तैयार कर लोगों को दिया जा रहा है। गांवों में संक्रमितों के अलावा बुखार व जुकाम से ग्रसित लोगों को इसे बांटा जा रहा है। बिल्कुल सफाई से महिलाएं इसे तैयार करतीं हैं और ब्लॉक के जरिए आसपास गांव में वितरित किया जा रहा है। जल्द ही इसे स्वास्थ्य विभाग व आशा बहू के जरिए भी बांटा जाएगा। संक्रमितों को जिस तरह से मेडिकल किट दी जाती है तो उसी के साथ इसे भी दिया जाएगा। सीडीओ सौम्या पांडेय ने बताया कि महिलाओं की यह अच्छी पहल है और इससे सभी को फायदा पहुंचेगा। कोरोना काल में सभी को एकजुट होकर इससे लड़ना है।
काढे से होगी आय
अभी तो इसे निश्शुल्क बांटा जा रहा है, लेकिन आगे इसकी बिक्री भी होगी। इससे महिलाओं को आय भी होगी और वह अपना परिवार अच्छे से चला सकेंगी।