मुख्यमंत्री जी जरा इधर भी नजरे इनायत कीजिए
जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: एक ओर जहां शासन आम लोगों को बेहतर उपचार मुहैया करा
जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: एक ओर जहां शासन आम लोगों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के लिए खासा गंभीर है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री जन स्वास्थ्य योजना के नाम पर अति महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ भी हो चुका है। वहीं जिले में मनमानी व अधूरी परियोजनाओं के चलते स्वास्थ्य सेवाओं को पंख नहीं लग पा रहे हैं।
शोपीस बना ट्रामा सेंटर
दो नेशनल हाईवे व दो स्टेट हाईवे के चलते दुर्घटना जोन बने जिले में औसत हर दिन हादसे में एक मौत होती है। दो लोग घायल होते हैं। उपचार की समुचित व्यवस्था न होने से गंभीर घायलों के लिए जिला अस्पताल महज रेफर सेंटर बना हुआ है। यहां 172.12 लाख रुपये की लागत से करीब ढाई साल पहले ट्रामा सेंटर बनकर तैयार हो चुका है। करीब डेढ़ साल पूर्व सपा व छह माह पहले भाजपा के प्रभारी मंत्रियों ने इसका लोकार्पण भी किया, लेकिन डाक्टरों, स्टाफ व संसाधनों की कमी से यह महज शोपीस बना है। इससे दुर्घटना के घायलों को मजबूरी में डाक्टर कानपुर के लिए रेफर करते हैं। इनमें से अधिकांश घायलों की रास्ते में मौत हो जाती है।
इंसेट) मैटरनिटी वार्डों का कब होगा संचालन
संस्थागत प्रसव सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए जिला अस्पताल में 1920.69 लाख की लागत से 100 शैय्या के मैटरनिटी वार्ड का निर्माण पूरा हो चुका है। लेकिन संसाधन व स्टाफ की कमी से इसका संचालन अधर में लटका है। कमोवेश यही हालत 271.94 लाख की लागत वाले डेरापुर के 30 शैय्या, 282.10 लाख प्रति की लागत वाले झींझक व रसूलाबाद के 30-30 शैय्या वाले मैटरनिटी वार्डों की भी है। करोड़ों खर्च के बाद भी संसाधनों की कमी व जिम्मेदारों के उदासीन रवैये से इन परियोजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है।