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गड्ढामुक्त अभियान की पोल खोल रहीं सिकंदरा विधानसभा की सड़कें

जागरण संवाददाता कानपुर देहात सरकार गठन के

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 11:45 PM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 06:06 AM (IST)
गड्ढामुक्त अभियान की पोल खोल रहीं सिकंदरा विधानसभा की सड़कें
गड्ढामुक्त अभियान की पोल खोल रहीं सिकंदरा विधानसभा की सड़कें

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : सरकार गठन के बाद खस्ताहाल सड़कों का सूरतेहाल बदलने के लिए गड्ढामुक्त अभियान चलाया गया, लेकिन सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र की बदहाल सड़कों की स्थिति तीन साल बाद भी वैसी ही है। माननीयों की उपेक्षा के कारण क्षेत्र के बाशिदें अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। अपेक्षाएं पूरी होना तो दूर मूलभूत सुविधाओं के लिए ही क्षेत्र के लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसा नहीं कि स्थानीय लोगों ने समस्या को लेकर जिम्मेदारों को अवगत न कराया हो। कई बार शासन व प्रशासन के लोगों से बदहाल सड़कों की मरम्मत व निर्माण की मांग की गई, लेकिन उनकी आस अब तक अधूरी ही है। तीन साल पूर्व यहां के लोगों ने नई सड़कों के निर्माण के साथ ही क्षेत्र के विकास के सपने देखे थे, लेकिन अब उन्हें खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत भी पूरी होती नहीं दिख रही। सपने चूर-चूर होने के बाद अब उन्हें उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है। सिकंदरा-मुगल रोड पर जगह-जगह गड्ढे

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सिकंदरा कस्बे से भोगनीपुर को जाने वाले मुगल रोड से बिधौली, खासबरा, मदियापुर, जल्लापुर, कुवंरपुर, भाल, गुबार सहित 100 से अधिक गांव जुड़े हैं। 27 किलोमीटर लंबे मार्ग पर सिकंदरा चौराहा, राजपुर, शाहजहांपुर व भोगनीपुर सहित अन्य स्थानों पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं। करीब चार किमी मार्ग की स्थिति ऐसी है कि लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों से जूझना पड़ता है। हालांकि करीब ढाई वर्ष पूर्व मार्ग की मरम्मत जरूर की गई थी, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण उसमें भी खानापूर्ति ही हुई। इससे मरम्मत के कुछ माह बाद ही मार्ग फिर से उखड़ गया। भारी वाहनों के आवागमन से ध्वस्त हुई सिकंदरा-बैजामऊ सड़क

सिकंदरा कस्बे से बैजामऊ गांव को जाने वाली आठ किलोमीटर सड़क खस्ताहाल है। यमुना पट्टी में खनन के लिए जाने वाले भारी वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं, जिससे सड़क की स्थिति और भी खराब हो गई। मार्ग उखड़ा होने के कारण दो पहिया वाहन सवारों को आवागमन के दौरान हादसे का डर सताता रहता है। इस मार्ग से बैजामऊ, विलासपुर, जैसलपुर, महदेवा, गोपालपुर, मिलानपुर, जफरापुर सहित दो दर्जन से अधिक गांव जुड़े हैं। खस्ताहाल मार्ग माह पूर्व ट्रैक्टर पलटने से ऊमरपुर निवासी गल्ला व्यापारी की मौत हो गई थी जबकि इससे पूर्व भी कई हादसे हो चुके हैं। तीन वर्ष पूर्व बदहाल मार्ग पर पैचवर्क किया गया था, लेकिन माह बाद भी सड़क फिर से उखड़ गई। महटौली-गोहानी मार्ग लोगों के लिए बना नासूर

इटावा-कानपुर हाईवे से जुड़ा महटौली-गोहानी मार्ग बदहाल हो चुका है। करीब 10 किलोमीटर लंबा मार्ग उखड़ चुका है। इससे साइकिल व बाइक सवार अक्सर ही गिरकर चुटहिल होते हैं। वहीं कई बार कार, ऑटो सहित अन्य वाहन फंस चुके हैं। मार्ग से शिवहरा, बछाठी, कच्ची महटौली, गोहानी सहित एक दर्जन गांव जुड़े हैं। यहां के लोगों को आवागमन के दौरान भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने कई बार जिम्मेदारों के समक्ष समस्या को उठाया, लेकिन उनकी अनदेखी के कारण अब तक समस्या बरकरार है। लोगों का दर्द

मुगल रोड 27 किमी लंबा है, लेकिन विभिन्न कस्बों के आसपास करीब एक से दो किमी मार्ग खराब है। इससे कई बार बाइक सवार हादसे का शिकार हो चुके हैं, लेकिन मरम्मत तो दूर गड्ढे तक प्रशासन की ओर से नहीं भरवाए जा रहे।

वीरेंद्र सिंह नायक मुगल रोड की स्थिति से ही संपर्क मार्गों का अंदाजा लगाया जा सकता है। स्थानीय लोगों ने मार्ग के निर्माण को लेकर कई बार क्षेत्रीय विधायक व सांसद को बताया फिर भी मार्ग का निर्माण नहीं कराया जा रहा है।

सतीश नायक बैजामऊ मार्ग की स्थिति को लेकर प्रशासनिक ही नहीं बल्कि जनप्रतिनिधियों को भी बताया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। अब स्थित यह है कि पैदल निकलने से भी लोगों को डर सताता है।

दीपक कटियार भारी वाहनों ने सिकंदरा-बैजामऊ मार्ग को खराब कर दिया है। उखड़ी गिट्टी में दोपहिया वाहन सवार गिरकर अक्सर ही चुटहिल होती है। गड्ढों में ट्रैक्टर पलटने से घटना भी हो चुकी है, फिर जिम्मेदार उदासीन बने हैं।

अनुराग सोनी गोहानी मार्ग पहले से ही खराब था। वहीं बारिश के बाद और भी स्थित बदतर हो गई। अब तो पैदल निकलने में भी डर सताता है। गड्ढों में जरा सा चूक जाए तो हादसे से कोई बचा नहीं सकता।

विकास कटियार महटौली गोहानी मार्ग से करीब एक दर्जन गांव जुड़े हैं। करीब दस किलोमीटर लंबा मार्ग आवागमन के लायक नहीं रहा है। उखड़ी सड़क पर कीचड़ के कारण लोग पैदल भी नहीं जा पाते। समस्या उठाने के बाद भी जिम्मेदार नहीं सुन रहे हैं।

सुरेंद्र कटियार सिकंदरा-बैजामऊ मार्ग की स्वीकृति मिली

क्षेत्रीय लोगों की ओर से सड़कों की स्थिति के बारे में बताया गया था, जिसके बाद प्रस्ताव भेजे गए। इसमें सिकंदरा-बैजामऊ मार्ग की स्वीकृत मिल गई है। मुगल रोड पर पैचवर्क का कार्य कराया जा रहा है। वहीं अन्य मार्ग भी सूची में हैं, जिनका प्राथमिकता के तौर पर कार्य कराया जाएगा।

अजीत पाल, राज्यमंत्री व विधायक सिकंदरा


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