आरओ प्लांट नहीं बुझा रहा मरीजों व तीमारदारों की प्यास
जिला अस्पताल में सफेद हाथी बना आरओ प्लांट
आरओ प्लांट नहीं बुझा रहा मरीजों व तीमारदारों की प्यास
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : मरीजों, तीमारदार व स्वास्थ्य कर्मचारियों को साफ व ठंडा पानी उपलब्ध कराने के लिए जिला अस्पताल में करीब ढाई हजार लीटर क्षमता का स्थापित आरओ प्लांट बेमतलब साबित हो रहा। लोग बड़ी उत्सुकता से पानी भरने जाते हैं और निराश होकर लौटते हैं। गर्मी में लोग परेशानी झेल रहे हैं।
जिला अस्पताल में मरीजों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए करीब पांच लाख रुपये से अधिक में आरओ प्लांट की स्थापना करीब छह वर्ष पूर्व हुई थी। शुरू में सभी ने खूब इसका फायदा उठाया लेकिन देखरेख के अभाव में यह खराब हो गया। अस्पताल प्रशासन मरम्मत के नाम पर खानापूरी कर रहा। ऐसे में बीमार लोगों को साफ पानी नहीं मिल पा रहा जिसकी उन्हें जरूरत है। बाहर से बोतल का पानी खरीदकर लाना मजबूरी हो गया है। गर्मी के समय में कई बोतल लेना पड़ता है ऐसे में जेब ढीली हो जाती है। ठंडे व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण इधर उधर भटकना पड़ रहा है। देखने में आकर्षक आरओ प्लांट प्यासों का मुंह चिढ़ा रहा है।
किसके पास है प्रभार नहीं पता
प्रभारी सीएमएस डा. वंदना सिंह ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं है। वरिष्ठ लिपिक राहुल अग्निहोत्री को जानकारी होगी। उनसे बात की गई तो स्टोर इंचार्ज पर मामला टाल दिया और स्टोर इंचार्ज फार्मासिस्ट आइपी भाटिया से बात किया तो कहा कि जो कार्यालय से आदेश दिया जाता है वह कार्य करा देते हैं और बिल सौंप देते हैं। आरओ का उनके पास प्रभार नहीं है। सब कुछ वरिष्ठ लिपिक के निर्देशन में होता है।