तेज हवा के साथ बारिश, खुशनुमा हुआ मौसम
जागरण संवाददाता कानपुर देहात अरब सागर से आ रही आर्द्ध हवा के प्रभाव से शुक्रवार को
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात
: अरब सागर से आ रही आर्द्ध हवा के प्रभाव से शुक्रवार को मौसम में बदलाव हुआ। तेज हवा के साथ हुई बारिश से तापमान में अधिकतम तापमान में गिरावट हुई। इससे लोगों को गर्मी व तपन से राहत मिली और मौसम खुशनुमा हो गया।
पिछले दो दिनों से तापमान में हुई वद्धि ने लोगों को खासा परेशान किया और लोगों का घरों से निकलना भी दूभर रहा हैं। वहीं आवागमन करने वालों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। गुरुवार को करीब 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पारा पहुंचने से रात में भी लोगों को चैन नहीं मिला। अरब सागर से आ रही आर्द्ध हवा के कारण शुक्रवार को मौसम में परिवर्तन हुआ, जिससे अकबरपुर, रूरा, रनियां, शिवली, पुखरायां, झींझक सहित जिले के अन्य स्थानों पर तेज हवा के साथ बारिश हुई। इससे मौसम खुशनुमा हो गया। वहीं अधिकतम तापमान में गिरावट होने से लोगों को राहत की सांस मिली। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अरब सागर से नम हवाएं आ रही हैं, जिससे मौसम में बदलाव होगा। इसके साथ ही तापमान में उतार चढ़ाव जारी रहेगा। निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने से स्थानीय स्तर पर हल्की व मध्यम बारिश आगामी 48 घंटे में होगी। बारिश के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट हुई। बताया कि नम हवाओं के कारण जिस क्षेत्र में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचेगा वहां बारिश की संभावना प्रबल हो जाएगी।
------------------
सिचाई की तैयारी कर रहे किसानों के चेहरे
संवाद सहयोगी, रसूलाबाद : तेज हवा के साथ दोपहर बाद कस्बे में झमाझम बारिश हुई। वहीं शाम तक ठंडी हवा चलने से तापमान में गिरावट हुई, जिससे लोगों को गर्मी व तपन से राहत मिली। वहीं सब्जी, खरबूजा, उड़द, मूंग सहित अन्य फसलों में सिचाई की तैयारी कर रहे किसानों के चेहरे भी खिल गए। इसके साथ ही अगैती धान की खेती करने वाले किसानों को भी राहत मिली। गदाईपुर निवासी शिव सिंह, सूरजपुर निवासी राम सिंह यादव, महेंद्र नगर के ठाकुर बंगाली, यादव नगर के सूर्यपाल सिंह, माधव नगर के हरी सिंह ने बताया कि अब धान की पौध लगाने के लिए पलेवा नहीं करनी पड़ेगी। इससे धन के साथ ही समय की भी बचत हो गई। पलेवा करने में किसानों को एक साथ पानी मिलना संभव नहीं था, जिससे पौध देरी से पड़ती। अब बारिश होने से इस समस्या से छुटकारा मिला है। इसके साथ ही धन की बचत भी हो गई।