दूज पर 50 वर्ष पुराने चतुर्भुज मेला व रामलीला का लोग नहीं ले पाएंगे आनंद
संवाद सहयोगी झींझक जनपद में इस बार लोग चतुर्भुज बाबा सरोवर मंगलपुर में मेला व रामलीला नह
संवाद सहयोगी, झींझक : जनपद में इस बार लोग चतुर्भुज बाबा सरोवर मंगलपुर में मेला व रामलीला नहीं देख पाएंगे। बीते 50 वर्ष से लगातार लग रहे इस आयोजन पर कोरोना की मार पड़ गई है। आयोजकों ने इसके आयोजन को रद कर दिया है। हालांकि दीपदान का कार्यक्रम सरोवर में होगा। दीपावली के बाद दूज पर मंगलपुर के चतुर्भुज मंदिर परिसर में ही स्थित सरोवर में दीपदान, मेला व रामलीला का आयोजन होता रहा है। मंगलपुर के अलावा जरहौली ,परहौली ,सुरासी ,खानपुर, झींझक ,संदलपुर के अलावा औरैया जनपद से भी लोग यहां आते है। दूज की शाम को ही मंदिर के पास ही जवाबी कीर्तन व तीज की शाम से जगदंबा रामलीला कमेटी मंगलपुर के तत्वावधान में गांव के जूनियर स्कूल में एक सप्ताह तक रामलीला का कार्यक्रम में होता है। इसका सभी जमकर आनंद लेते है। लेकिन इस बार यह आयोजन रद रहेगा। कोरोना संक्रमण काल के चलते आयोजकों ने इसे न कराने का फैसला लिया है क्योंकि भीड़ यहां अधिक उमड़ती है ऐसे में आयोजन कराना उचित नहीं। वहीं दीपदान का कार्यक्रम शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मास्क की अनिवार्यता के साथ होगा। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। रामलीला कनेटी के अध्यक्ष अनिल भदौरिया ने बताया कि पिछले 50 वर्षों से लगातार मंगलपुर जूनियर मैदान में दूज मेला महोत्सव में रामलीला का कार्यक्रम होता रहा है इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण रामलीला नहीं होगी।मंदिर की पुजारी बबिता देवी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष दूज मेला नही होगा, मंदिर में दर्शन व दीपदान सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मास्क लगा कर होंगे। सभी से अपील है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन कर ही दर्शन व पूजन करें।