सोमवती अमावस्या पर हुई पीपल पूजा, मांगा वरदान
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: सोमवती अमावस्या पर स्नान-दान के साथ पूजा अर्चना हुई। खासकर म
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: सोमवती अमावस्या पर स्नान-दान के साथ पूजा अर्चना हुई। खासकर महिलाओं ने सोमवारी अमावस्या होने पर पीपल की परिक्रमा की और पूजा कर वरदान मांगा। इस पर्व पर सुबह से ही भीड़ रही।
सोमवारी अमावस्या को लेकर अनेक कथाएं प्रचलित हैं। परंपरा है कि सोमवती अमावस्या के दिन इन्हें सुना जाता है। साथ ही इस दिन की महिमा है कि पीपल के पेड़ की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वैसे भी पीपल में सभी देवों का वास होता है। सोमवती अमावस्या के दिन से शुरू करके जो व्यक्ति हर अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की परिक्रमा देता है तो उसके सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। जो हर अमावस्या को न कर सके, वह सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या के दिन 108 वस्तुओं कि भंवरी देकर सोना धोबिन और गौरी-गणेश कि पूजा करता है। इससे उसे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
इन्हीं परंपरा के तहत सोमवती अमावस्या के दिन धान, पान, हल्दी, ¨सदूर और सुपाड़ी की भंवरी महिलाओं ने दी। उसके बाद की सोमवती अमावस्या को अपने सामर्थ्य के हिसाब से फल, मिठाई, सुहाग सामग्री, खाने कि सामग्री इत्यादि की भी परिक्रमा की और दान भी किया।