पंचायत : गांव में हार-जीत तय करने लगे ग्रामीण
संवाद सहयोगी झींझक आरक्षण सूची आते ही गांवों में माहौल पूरा चुनावी हो चुका है। ग्रामी
संवाद सहयोगी, झींझक : आरक्षण सूची आते ही गांवों में माहौल पूरा चुनावी हो चुका है। ग्रामीण आरक्षण से लेकर प्रत्याशी तक चर्चाओं में तय कर रहे हैं। जीत-हार के चकल्लस में ही कई ग्रामीणों का दिन बीत रहा है। चौपालों में केवल चुनावी चर्चा ही अहम मुद्दा बन गया है।
पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची आने के बाद गांव में इसे लेकर सभी कयास लगा रहे हैं। ग्राम पंचायतों के उम्मीदवारों के अलावा ग्रामीणों में भी बेचैनी है कि आरक्षण क्या आएगा और कौन सीट पर खड़ा होगा, लेकिन कई ग्रामीण खुद ही अनुमान व गणित लगाकर आरक्षण श्रेणी व प्रत्याशी के साथ ही विजयी व रनर कौन होगा, सभी चुनावी चर्चा में तय कर रहे हैं। संदलपुर ब्लॉक के सदना गांव में चुनाव में हार जीत पर चर्चा कर गांव के दर्शन, अनमोल कटियार, नीरज, उमेश, प्रभु दयाल, रिकू, नाथू राम ने बताया कि आरक्षण सूची क्या आती है क्या नहीं, लेकिन हम सभी वहीं प्रत्याशी चुनेंगे जो गांव को विकास की ओर ले जाए। इसके अलावा शिवली, अकबरपुर, अमरौधा व रसूलाबाद के गांवों में भी यही चर्चा आम है। सिमरामऊ गांव दिनेश चंद्र तिवारी, ज्ञानशंकर पाठक व प्रभु कुमार कहते हैं कि चुनावी माहौल है तो भला इससे कौन अछूता रह सकता है। गांव में विकास कार्य करने वाला प्रत्याशी ही चुनना है।