सुविधा के नाम पर काट रहे रसोई गैस उपभोक्ता की जेब
सुविधा के नाम पर काट रहे रसोई गैस उपभोक्ता की जेब
संवाद सहयोगी, सिकंदरा: समय के साथ जमाना बदल रहा है। कभी शहर तक सीमित रहने वाली रसोई गैस अब गांव-मजरों में भी पहुंच चुकी है। इधर सरकार ने भी आम जनता का ध्यान रखते हुए उसमें सुविधा देते हुए उसके खाते में सब्सिडी देने का भी इंतजाम कर दिया। आम जनता को इसका कितना लाभ मिल रहा है यह हकीकत कुछ इतर है। एजेंसी अपने लाभ के चक्कर में अभी भी ग्राहक को ठग रही हैं। अब डिलीवरी सिस्टम को ही देखें तो उसमें रुपये तो लिए जा रहे हैं, लेकिन लाभ जनता को नहीं मिलता है।
सिकंदरा कस्बे की इंडेन गैस एजेंसी पर ग्राहकों को कभी गैस की किल्लत तो कभी सब्सिडी समय से न मिलने की समस्या से परेशान होना पड़ रहा है। कई बार जागरूक ग्राहक मुंह खोलते भी हैं तो धमकी मिलती है कि गैस मिल रही है तो ले जाओ वरना सिलिडर खत्म होने पर चक्कर लगाते रहना। उपभोक्ता के सामने समस्या होती है कि घर सिलिडर भी ले जाना है इसलिए चुपचाप पैसा अधिक देकर सिलिडर लेकर चला जाता है। उपभोक्ता शालिनी, मालती, जमुना, देवेंद्र, शिवम का कहना है कि रसोई गैस सिलिडर की होम डिलीवरी में भी परेशान किया जाता है। रिक्शा से जब कभी कभार सिलिडर होम डिलीवरी होता भी है तो वहां पहुंचे रिक्शेवाले बाहर ही सिलिडर छोड़ कर चले जाते हैं। वहीं डिलीवरी की पर्ची 897.50 की बनती है, लेकिन गैस उन्हें हमेशा चलकर ही लेने आना पड़ता है। कई बार 897.50 की पर्ची पर 910 रुपये लिए जाते हैं। अधिकारियों को इससे अवगत कराया जाता है, लेकिन सब मिलीभगत के खेल में जनता ही पिसती है। गैस एजेंसी मालिक अतुल पांडेय ने बताया कि ग्राहकों को कंपनी की तरफ से निर्धारित रेट 897.50 रुपये का सिलिडर दिया जाता है, जिसमें 324 रुपये सब्सिडी ग्राहक के खाते में भेजी जाती है। इसके अलावा ग्राहक से कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाता है।