पशुओं को बांझपन से बचाने को जागरूक रहे पशुपालक
संवाद सूत्र सरवनखेड़ा क्षेत्र के नंगापुर गांव में राष्ट्रीय अंता परजीवी व बाह्य परजीवी उन्मूलन
संवाद सूत्र, सरवनखेड़ा : क्षेत्र के नंगापुर गांव में राष्ट्रीय अंता परजीवी व बाह्य परजीवी उन्मूलन दिवस के मौके पर पशु चिकित्साधिकारी ने पशुपालकों को जागरूक किया साथ ही उनके पशुओं की जांच की। बीमारियों व बांझपन से कैसे पशुओं को बचाएं, यह भी बताया।
लोदीपुर गांव के मजरा नंगापुर में पशु चिकित्साधिकारी सरवनखेड़ा वृंदावन राठौर ने शिविर आयोजित कर बीमारियों के लिए जिम्मेदार अंता व वाह्य परजीवी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जो पशु गर्भ से है उसकी देखभाल अच्छे से करें नियमित जांच कराएं साथ ही पशु आहार व हरा चारा भरपूर मात्रा में दें। बांझपन से बचाने के लिए छह माह में एक बार पशुओं का डीवार्मिंग करा लें, जिन पशुओं का चक्र नहीं आ रहा तो चिकित्सक से जांच कराएं, संक्रमण व कीटों से बचाव रखें साथ ही पौष्टिक चारा दें। गर्भ धारण किए पशु को अगर हरा चारा नहीं मिलता तो कई बार बछड़े को अंधापन की शिकायत भी हो जाती है। दिया शिविर में करीब 80 पशुपालकों ने प्रतिभाग किया जिन्हें दवाएं भी दी गई। पशुपालन विभाग की तरफ से चल रही योजनाओं की भी जानकारी सभी को दी गई। इस दौरान बिरबैक कंपनी के राजकुमार गौतम, पशुधन अधिकारी कुलदीप कुमार, पशु मित्र लाखन सिंह, अमरीश कुमार मनीष बाजपेयी, संतोष, कपिल व राजा मौजूद रहे।