किस्त न मिलने से शौचालय निर्माण अधूरा
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: अधिकारियों ने वाहवाही लूटने के लिए भले ही जिले को ओडीएफ घोषित
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: अधिकारियों ने वाहवाही लूटने के लिए भले ही जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया हो, लेकिन मलासा ब्लाक की ग्राम पंचायत बरवा-रसूलपुर में अभी तक दर्जनों घरों में शौचालय नहीं है। वहीं आधा दर्जन से अधिक घरों में शौचालय की दूसरी किस्त न मिलने से निर्माण अधूरे हैं।
बरवा-रसूलपुर गांव के जगजीवन ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत उसकी पत्नी अनीता देवी को शौचालय निर्माण के लिए बीते वर्ष मई माह में प्रथम किस्त के छह हजार रुपये बैंक खाते के माध्यम से मिली थी। उसने शौचालय के लिए गड्डे खुदवाकर, दीवार व सीट लगवा दी, लेकिन दूसरी किस्त न मिलने से शौचालय में प्लास्टर, दरवाजा आदि न लग पाने से प्रयोग नहीं हो पा रहा है। इसी गांव के अमरजीत की पत्नी ¨रकी देवी ने बताया कि बीते वर्ष अप्रैल माह में शौचालय निर्माण की पहली किस्त मिली थी। दूसरी किस्त न मिल पाने के कारण शौचालय का निर्माण अधूरा है। मजरा बहरई के शिवकुमार ने बताया कि छह माह पूर्व शौचालय बनवाने के लिए प्रथम किस्त की छह हजार रुपये की धनराशि मिली थी, जिससे गड्डे व दीवारों का काम पूरा कराकर दरवाजा लगवा दिया है। दूसरी किस्त न मिलने से छत में लेंटर नहीं पड़ सका है। बहरई के जयकरन, वीरकुमार, हरनारायण, संतोषी, सीताराम, बरवा-रसूलपुर के रमेश, गंगाराम, रामखिलावन आदि ने भी सरकारी अनुदान न मिलने के कारण शौचालय न बनवा पाने की बात बताई। एडीओ पंचायत रामप्रकाश पाठक ने बताया कि बरवा-रसूल गांव में कुल 165 शौचालयों का लक्ष्य था। इन शौचालयों का निर्माण कराने के लिए दोनो किस्तों की धनराशि दी जा चुकी है। किसी लाभार्थी को दूसरी किस्त न मिल पाने की जानकारी नहीं है। मामले में जांचकर कार्रवाई की जाएगी।