घर-घर जन्मे कान्हा, चहुंओर लगा जयकारा
जागरण संवाददाता कानपुर देहात रात के 12 बजते
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : रात के 12 बजते ही ढोल, मजीरे, शंख गूंज उठे और घर-घर भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया। पूरे विधिविधान से घरों में भगवान का जन्म किया गया और आरती उतारी गई। घरों में आकर्षक झांकी लोगों ने सजाई और जन्म के बाद प्रसाद भी वितरित किया। रसूलाबाद के धर्मगढ़ बाबा मंदिर में भी कान्हा का जन्म हुआ। वहीं आज मंदिरों के अलावा कई जगह जन्माष्टमी फिर मनाई जाएगी।
मंगलवार सुबह से ही लोग तैयारियों में जुट गए थे। भगवान की सुंदर झांकी सजाने को बच्चे भी बड़ों के साथ जुट गए। किसी ने अपना खिलौना झांकी में रख दिया, रंगबिरंगी झालर सजाई तो किसी ने सुंदर रंगोली बनाई। घरों में मक्खन, दही, मिश्री, फल, चरणामृत व पंजीरी तैयार कर ली गई, जिससे भगवान को भोग लगाया जा सके। घड़ी में रात के 12 बजते ही चहुंओर जय श्रीकृष्णा जय श्रीकृष्ण के जयकारे लगने शुरू हो गए। लोगों ने भगवान को नहला धुलाकर उनका जन्म किया और आशीर्वाद लिया। भगवान की लोगों ने आरती उतारी और सुख समृद्धि की कामना की। वहीं रसूलाबाद के धर्मगढ़ बाबा मंदिर में भी राधाकृष्ण जी की पूजा की गई। यहां पर रात 12 बजे भगवान का जन्म किया गया। पुजारी सतेंद्र तिवारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण का ध्यान रखते हुए ही शारीरिक दूरी का पालन कर दर्शन कराया गया व पूजन हुआ। थाना प्रभारी रसूलाबाद सुखबीर यादव ने बताया कि पुलिस फोर्स तैनात किया गया था बिना मास्क प्रवेश किसी को नहीं दिया गया। कृष्ण रूप धर बच्चों ने मन मोहा
घरों में बच्चों को कृष्ण बनाया गया। चमकीले वस्त्र, मोर पंख व बांसुरी लेकर बच्चे सभी का मन मोह रहे थे। किसी ने फोटो लेकर सोशल मीडिया पर डाला तो किसी ने वीडियो अपने घर परिवार व रिश्तेदारों में शेयर किया। कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना
कृष्ण भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण व राधा से कोरोना महामारी से निजात दिलाने की प्रार्थना की। लोगों का कहना था कि भगवान की कृपा से ही कोरोना का खात्मा हो सकेगा, भगवान सभी की परीक्षा ले रहे हैं।