बदहाली के आंसू बहा रहा समाजकल्याण विभाग का छात्रावास
बदहाली के आंसू बहा रहा समाजकल्याण विभाग का छात्रावास
संवाद सूत्र, मूसानगर : कस्बे में समाज कल्याण विभाग द्वारा दो दशक पूर्व बनाए गए छात्रावास बदहाली के आंसू बहा रहा है। पहले इसमें कब्जा था अब तालाबंदी के चलते इसके निर्माण पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
सीपी इंटर कॉलेज की ओर से दी गई भूमि पर दो दशक पूर्व समाज कल्याण विभाग ने अनुसूचित जाति छात्र-छात्राओं के लिए एक दो मंजिला छात्रावास का निर्माण इस आशय के साथ कराया था कि इसमें क्षेत्र के दूरदराज के गरीब असहाय अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राएं रुक कर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कमोवेश डेढ़ दर्जन के आसपास बने सुंदर कमरों की साज-सज्जा धीरे धीरे बेरंग होती गई। कुछ समय पूर्व इसमें अवैध कब्जा लोग किए थे। सख्ती के सरकार के आने पर कब्जा तो हट गया, लेकिन अब उसमें तालाबंदी है और वह पूर्णतया बदहाल खड़ा दिखाई दे रहा है। यहां छात्र रहने को आते हैं और न विभाग द्वारा यहां कोई कर्मचारी तैनात है। यहां रुक करके अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्र छात्राओं को ठहरने की सुविधा दे सकें। कस्बे में इंटर कॉलेज के अलावा संस्कृत महाविद्यालय और मान्यता प्राप्त दो डिग्री कॉलेज संचालित हैं। इनमें पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के छात्र इधर-उधर किराये में मकान लेकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। ऐसे में इस छात्रावास का निर्माण बे-मकसद साबित हो रहा है। राम सजीवन, गिरधारी सिंह, गोरेलाल, प्रभु दयाल, मानसिंह आदि का कहना है कि सुंदर साज-सज्जा छात्रावास में अब दिखाई नहीं दे रही है। गेट पर लगा ताला अगल-बगल में गंदगी मैदान में खड़ी घास उसको देखकर ऐसा लगता है कि विभाग ने आंखें बंद कर ली हैं। मुख्य विकास अधिकारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि अब छात्रावास का प्रकरण हमारे संज्ञान में आया है, जल्द ही उस पर कुछ न कुछ ध्यान दिया जाएगा।