कथा सुन भाव विभोर हुए श्रोता
संवाद सूत्र मूसानगर: अच्युत ब्रह्म धाम में चल रहे भक्ति योग वेदांत सम्मेलन में कथा के तीसरे दिन भक्त
संवाद सूत्र मूसानगर: अच्युत ब्रह्म धाम में चल रहे भक्ति योग वेदांत सम्मेलन में कथा के तीसरे दिन भक्त प्रहलाद की कथा हुई।
केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कथा से पूर्व भगवान के संकीर्तन किये। गीत के साथ श्रोता भी झूमते रहे।
कथा वृत्तांत को आगे बढ़ाते हुए साध्वी ने कहा कि हिरणाकश्यप तप करने के लिए जा रहे थे। तभी एक पक्षी ने नारायण नारायण की आवाज लगाई। वह लौटकर आ गए। पत्नी के पूछने पर सारी बात बताई। इसी बीच गर्भ में पल रहे प्रहलाद ने वह शब्द सुन लिए। यही से उनमें नारायण भाव जाग गया। उन्हीं के अनुरूप वह जन्म के बाद भी कार्य करने लगे। पिता ने उन्हें गुरुकुल में शिक्षा पाने के लिए भेजा तो वहां भी उन्होंने अपने सहपाठियों के साथ नारायण का जप प्रारंभ कर दिया। इससे नाराज शुक्राचार्य ने उनके पिता को बुलाकर इसकी शिकायत की। इसके बाद होलिका ने प्रहलाद को गोद में लेकर होलिका में जा बैठी। लेकिन यहां होलिका भस्म हो गई और प्रहलाद सही सलामत रहे। कथा के उपरांत प्रसाद वितरण हुआ।