गिरफ्तार हो जीपीएफ घोटालेबाज, कर्मियों को मिले पाई पाई
आज लखनऊ के शक्ति भवन में बिजली कर्मी करेंगे प्रदर्शन सबस्टेशनों के कैश काउंटर रहेंगे बंद
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : जीपीएफ व सीपीएफ घोटाले को लेकर विद्युत कर्मी आंदोलन कर रहे हैं। बुधवार को विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति कर्मियों ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना दिया जबकि जूनियर इंजीनियर संगठन कर्मियों ने कलेक्ट्रेट में नारेबाजी कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा। विद्युत कर्मियों ने घोटालेबाजों की गिरफ्तारी व उनकी बचत की पाई पाई की सुरक्षा का गजट जारी करने की मांग की।
विद्युत कर्मियों के सामान्य भविष्य निधि यानी जीपीएफ व अंशदायी भविष्य निधि यानी सीपीएफ को किसी कंपनी या संस्था में नियोजित करने की सीमा से इतर दो हाउसिग कंपनियों में लगाया गया है। ये दोनों कंपनियां दिवालिया होने के कगार पर हैं। जीपीएफ व सीपीएफ फंसने से बिजली कर्मियों में रोष है। विद्युत कर्मियों का यह आंदोलन 7 नवंबर से शुरू हुआ है। बुधवार को संयुक्त संघर्ष समिति ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में धरना दिया। उन्होंने घोटालेबाजों पर कार्रवाई की मांग की। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष नीरज तिवारी ने बताया कि सरकार को स्वेत पत्र जारी करना चाहिए। गुरुवार को लखनऊ के शक्ति भवन में प्रदर्शन होगा। इसके बाद विद्युत कर्मी पैदल मुख्यमंत्री आवास तक जाएंगे। यहां सतीश सोनी, पवन शुक्ला, जगन्नाथ यादव, गौरव कुमार, अमित श्रीवास्तव, आशुतोष शुक्ला व जसकुमार आदि मौजूद रहे। वहीं राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जिलाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह की अगुवाई में जूनियर इंजीनियरों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर नारेबाजी की। कहा कि घोटाला करने वाले शीर्षस्थ अधिकारी, ट्रस्ट चेयरमैन व अन्य नियोक्ता ट्रस्टी सदस्यों को तत्काल निलंबित किया जाए। दोषियों की जल्द गिरफ्तारी हो। यहां दिलीप कटियार, राहुल सिंह, एसएस कटियार, राजेश मौर्या, पंकज शुक्ला, कमलजीत व हरिश्चंद्र आदि मौजूद रहे।