सरकारी शिक्षा का हाल, स्कूल के सामने बांधे जा रहे जानवर
सरकारी शिक्षा का हाल गांव के लोगों ने स्कूल गेट पर ही बांध दी भैंस जमा हो रहा गोबर
संवाद सूत्र, मूसानगर : जरा इस तस्वीर पर गौर फरमाइए, स्कूल गेट से सटा कर गांव के एक जनाब ने अपनी भैंस बांध दी है। उसका गोबर स्कूल गेट से दूर-दूर तक बिखरा है। स्कूल आने वाले बच्चे इसे जैसे-तैसे पार करके आ पाते हैं। मुसरिया स्कूल की दशा की तरह ही अन्य कई स्कूल हैं जहां गांव के लोग स्वयं ही शिक्षा को कूड़ा कचरा से घेर रहे हैं।
प्राथमिक विद्यालय मुसरिया के सामने पड़ोसियों ने अपने मवेशी बांध दिए हैं। विद्यालय के सामने गंदगी भी फेंक जाते हैं, जिससे विद्यालय में पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राओं को उन मवेशियों द्वारा सींग मारने का खतरा रहता है। इसके अलावा उनके द्वारा की जा रही गंदगी से दुर्गंध उड़ती है जो विद्यालय के अंदर पठन-पाठन में शिक्षकों व छात्र छात्राओं को परेशानी उठानी पड़ती है। उक्त विद्यालय में 70 छात्रों में 40-50 छात्र तो रोजाना पढ़ने आते हैं। तैनात शिक्षामित्र भागीरथ ने बताया कि कई बार पड़ोसियों से मवेशी न बांधने के लिए कहा गया, लेकिन वह कहते हैं कि हमारी जगह है हम यहीं अपने मवेशी बांधेंगे। यही हाल उच्चतर प्राथमिक विद्यालय चपरघटा का है। जहां विद्यालय के बाहर विद्यालय की चहारदीवारी से सटाकर कूड़ा डाला जा रहा है। यहां भी छात्र छात्राओं को विद्यालय आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। पड़ोसी राम जानकी व ग्रामीणों ने बताया की हम सभी के बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन कहने के बावजूद भी कूड़ा डालने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं। प्रधानाध्यापक ने बताया की कई बार कूड़ा डालने वालों को समझाया, लेकिन वह मान नहीं रहे हैं।