पराली जलाने पर किसान के खिलाफ एफआइआर दर्ज
जागरण संवाददाता कानपुर देहात बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन की ओर से विशेष सख्ती
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन की ओर से विशेष सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए। जिले में अब तक आठ किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं मंगलवार को पराली जलाने पर उमरन गांव निवासी किसान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है जबकि जरिया गांव में पराली प्रबंधन यंत्र बिना प्रयोग किए जा रहे हार्वेस्टर को कब्जे में ले लिया गया।
जिले में अब तक आठ किसानों के खिलाफ पराली जलाने के तहत मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है जबकि 15 हजार रुपये जुर्माना भी वसूला गया है। वहीं पराली के कारण बढ़ते पर्यावरण असंतुलन को लेकर किसानों को जागरूक भी किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी किसान गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। इसे देखते हुए मंगलवार को सरवनखेड़ा ब्लॉक के जरिया गांव में हार्वेस्टर का प्रयोग करने पर उसे कब्जे में ले लिया गया। वहीं उमरन गांव में पराली जलाने की सूचना पर पहुंची राजस्व व कृषि विभाग की टीम ने मामले की जांच की, जिसके बाद आरोपित किसान राकेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इस दौरान एसडीएम आनंद कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी सुमित पटेल व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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प्रचार वाहन किया रवाना
रूरा क्षेत्र में मंगलवार को सिठमरा न्याय पंचायत के बहरी उमरी सहित कई गांव में कृषि प्राविधिक सहायक डेरापुर महेंद्र सिंह व एटीएम श्याम कुमार ने प्रचार वाहन के माध्यम से किसानों को बताया कि पराली जलाने से वायु प्रदूषण होता है। मिट्टी की जैविक गुणवत्ता प्रभावित होती है और मिट्टी में मौजूद कई उपयोगी तत्व व कीट नष्ट हो जाते हैं साथ ही वायु प्रदूषण से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। पराली में आग लगाने से हवा में प्रदूषण के छोटे-छोटे कण फैल जाते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। पराली में आग नहीं लगाएं और दूसरे किसानों को भी जागरूक करें, बचे हुए फसल अवशेषों का प्रबंधन करें। इस मौके पर प्रधान लालाराम, अनोखे, बबलू, कपिल मौजूद रहे।