सात फीसद वाहनों को फास्टैग करना प्रबंधन के लिए चुनौती
जागरण संवाददाता कानपुर देहात टोल पर कैशलेस व्यवस्था शुरू होने के बाद फास्टैग में लगाता
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : टोल पर कैशलेस व्यवस्था शुरू होने के बाद फास्टैग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पांच दिनों में अब तक 10 फीसद फास्टैग बढ़ा है, जिससे यह 93 फीसद पहुंच गया है। वहीं अब सात फीसद वाहनों को फास्टैग करना टोल प्रबंधन के लिए चुनौती बना है क्योंकि सात फीसद वाहनों में कलेक्ट्रेट, विकास भवन, पुलिस के साथ ही अन्य विभागों के वाहन शामिल हैं।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से टोल पर जाम, प्रदूषण के साथ ही समय की बर्बादी को रोकने के लिए फास्टैग व्यवस्था एक साल पूर्व लागू की गई थी। वाहन सवारों को राहत देने के लिए मंत्रालय ने एक साल का समय बढ़ाया था, जिसके बाद 16 फरवरी से बारा टोल प्लाजा पर पूर्णतया फास्टैग व्यवस्था लागू कर दी गई है। कैशलेन खत्म होने के बाद प्रबंधन की ओर से अधिक से अधिक वाहनों को फास्टैग जारी किया जा रहा है। प्रबंधन के साथ ही टोल पर लगे मार्शल वाहन सवारों को फास्टैग बनवाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। पिछले पांच दिनों में 10 फीसद फास्टैग में बढ़ोतरी होने से यह 93 पहुंच गया है जबकि सोमवार को 550 वाहनों को फास्टैग जारी किया गया है। वहीं फास्टैग न लगाने पर 289 वाहनों से 62495 रुपये दोगुना टोल वसूला गया है। इसके साथ ही 24 हजार वाहनों ने आवागमन किया है, लेकिन सात फीसद वाहनों को फास्टैग जारी करना टोल प्रबंधन के लिए चुनौती बना है। क्योंकि सात फीसद में 477 एंबुलेंस, 195 जनप्रतिनिधियों के वाहन, परिवहन विभाग के 62, पुलिस के 1100 वाहन हैं। वहीं माती में कलेक्ट्रेट, विकास भवन सहित अन्य विभागों के 387 वाहन शामिल हैं, जिन्हें प्रबंधन को फास्टैग जारी करना चुनौती बना हुआ है।
वाहन सवारों को फास्टैग लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए मार्शल भी लगाए गए हैं। पुलिस विभाग के कर्मियों द्वारा फास्टैग लेना शुरू हुआ है। उम्मीद है कि फास्टैग में जल्द ही बढ़ोतरी होगी।
- मनोज शर्मा, डीजीएम बारा टोल