टोल पर फास्टैग : छह बूथ कैशलेन फिर भी अव्यवस्था हावी
फास्टैग व्यवस्था लागू होने के चलते रविवार को बारा टोल प्लाजा पर लगी रही वाहनों की कतार परेशानी
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : फास्टैग व्यवस्था लागू होने के चलते रविवार को बारा टोल प्लाजा पर अव्यवस्था रही। जानकारी के अभाव में वाहन स्वामी गलत लेन पर जाने से परेशान हुए जबकि कई वाहनों से दोगुना चार्ज वसूला गया। हालांकि अव्यवस्था से बचने के एनएचएआइ की ओर से 25 फीसद बूथों को कैश के लिए रखने के निर्देश जारी हुए थे। इसे देखते हुए अकबरपुर-कानपुर व कानपुर-अकबरपुर साइड की तीन-तीन लेन को कैश वाहनों के लिए रिजर्व किया गया था, लेकिन इसके बाद भी कैश लेन में वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।
कैशलेस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के साथ ही वाहन स्वामियों को जाम, ईधन की बचत व प्रदूषण रहित वातावरण देने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से सभी वाहनों को फास्टैग करने के निर्देश 21 नंवबर को जारी किए गए थे। इसके लिए एक दिसंबर को अंतिम तिथि घोषित की गई थी, लेकिन फास्टैग की संख्या कम रहने के कारण व वाहन स्वामियों की समस्याओं के देखते हुए इसे 15 दिन के लिए बढ़ा दिया गया था। मंत्रालय के निर्देशों को लेकर रविवार सुबह 8 बजे से बारा टोल प्लाजा में अकबरपुर-कानपुर व कानपुर-अकबरपुर साइड में आठ-आठ बूथों को फास्टैग के लिए रखा गया था जबकि दोनों साइड एक-एक लेन को कैश के लिए खोला गया था। वाहन स्वामियों को किसी प्रकार की समस्या न हो और टोल प्लाजा पर अव्यवस्थाएं न हो इसके लिए एनएचएआइ की ओर से स्थानीय प्रबंधन को 25 फीसद बूथों को कैश लेन बनाने की छूट दी गई थी। इसे देखते हुए बारा टोल प्रबंधन की ओर से दोनों साइड दो-दो लेन और बढ़ा दी गई। जिससे 12 बूथों पर फास्टैग व छह बूथों पर कैश वाहन निकाले गए, लेकिन इसके बाद भी कैश वाले बूथों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही और जाम जैसे हालात बने रहे।जिससे लोगों को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। एक घंटे में ही हालात बेकाबू
बारा टोल प्लाजा पर अकबरपुर-कानपुर व कानपुर-अकबरपुर की ओर आखिरी के एक-एक बूथ को कैश के लिए रखा गया था, लेकिन एक घंटे में ही हालात बेकाबू हो गए। कैश वाली लेन पर वाहनों की लंबी कतार लगने से अफरा-तफरी मच गई और लंबा जाम लग गया। इसको देखते हुए एनएचएआइ के निर्देश पर दोनों ओर दो दो लेन को बढ़ाया गया। स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय
फास्टैग व्यवस्था लागू होने के बाद टोल पर अव्यवस्था न हो और आमजन को परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए प्रशासनिक अमला भी सक्रिय रहा। टोल पर पुलिस व यातायात पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। जबकि एसडीएम आनंद कुमार ने भी बारा टोल पहुंच स्थितियों का जायजा लिया। साथ ही आमजन को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए टोल प्रबंधन को निर्देशित किया। आरओ ने किया निरीक्षण
फास्टैग व्यवस्था लागू होने पर एनएचएआइ के आरओ अब्दुल वासिद ने बारा टोल का निरीक्षण किया। यहां टोल कर्मियों को सर्तकता व संयम बरतने के निर्देश दिए। साथ ही एंबुलेंस लेन होने के बाद भी जाम की स्थिति में उसे किसी भी लेन से निकालने के लिए प्रबंधन को निर्देशित किया। जागरुकता बोर्ड के बाद भी रहा असमंजस
बारा टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों को बूथ की स्थिति स्पष्ट करने के लिए एनएचएआइ की ओर से बूथ से 200 मीटर दूर दोनों ओर फास्टैग लेन व कैश लेन लिखे साइन बोर्ड लगाए गए थे, लेकिन इसके बाद भी बिना टैग वाले वाहन फास्टैग लेन में आ गए, जिससे उन्हें वापस कैश लेन में किया गया। इससे भी जाम की स्थिति बनी। कैसे काम करता है फास्टैग
टोल टैक्स कलेक्शन के लिए प्रीपेड रिचार्जेबल टैग है, जिसके माध्यम से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाती है।
- वाहन स्वामी को टोल पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी
- विड स्क्रीन पर लगे टैग से स्वत: ही बैंक खाते से टोल टैक्स कट जाएगा।
- टैग रीडेबल रहने तक कार्य करता रहता है।
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एनएचएआइ के निर्देश पर दोनों साइड छह बूथों को कैशलेन के लिए खोला गया था जबकि अन्य बूथों पर फास्टैग वाले वाहन ही निकाले गए। वाहन स्वामियों को परेशानी न हो इसके लिए टोल प्रबंधन की ओर से विशेष सर्तकता बरती गई
मनोज शर्मा, जीएम टोल प्लाजा